दलित नेता को इंसाफ दिलाने के लिए पुलिस मुख्यालय के बाहर नारेबाजी

Saturday, Sep 08, 2018 - 11:14 PM (IST)

शिमला: सिरमौर शिलाई में दलित नेता एवं अधिवक्ता बी.एस.पी. केदार सिंह जिंदान की गाड़ी से कुचल कर की गई हत्या मामले को लेकर विभिन्न संगठनों के लोगों में रोष पनप गया है। शनिवार को जब प्रदेश भर से आए विभिन्न संगठनों के लोग ए.डी.जी.पी. अनुराग गर्ग से मिलने प्रदेश पुलिस मुख्यालय पहुंचे तो उन्हें मिलने नहीं दिया गया। बताया जा रहा है कि 5 से 6 लोगों को ए.डी.जी.पी. से मिलने की अनुमति दी गई। इस पर गुस्साए लोगों ने मुख्यालय के नारेबाजी कर डाली।

सी.बी.आई. से जांच करवाने की उठाई मांग
संत श्री रविदास धर्म सभा के प्रदेशाध्यक्ष कर्मचंद भाटिया ने कहा कि विभिन्न संगठनों के लोग जिंदान को इंसाफ दिलाने की मांग करने को लेकर पुलिस मुख्यालय गए थे लेकिन उन्हें अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए। संगठनों के लोगों ने प्रदेश पुलिस विभाग व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से केदार सिंह जिंदान हत्या मामले की जांच सी.बी.आई. से करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जिंदान की हत्या एक सोची-समझी सुनियोजित रणनीति का हिस्सा है। पहले भी उन पर जानलेवा हमला हुआ था।

हत्या को दुर्घटना का रूप देने की हो रही कोशिश : नागरिक सभा
उधर, नागरिक सभा के अध्यक्ष विजेंद्र मेहरा ने कहा कि केदार सिंह जिंदान की निर्मम हत्या को दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की जा रही है ताकि दोषियों को बचाया जा सके। केदार सिंह की हत्या पर शिमला नागरिक सभा ने दुख व्यक्त किया है तथा प्रदेश सरकार से दोषियों के खिलाफ  क ड़ी कार्रवाई की मांग की है। विजेंद्र मेहरा ने प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से अपील की है कि वह इस मामले का स्वत: संज्ञान लें क्योंकि यह उनके न्यायालय में कार्यरत एक अधिवक्ता से जुड़ा मामला है। उन्होंने प्रदेश सरकार व पुलिस प्रशासन को चेताया है कि अगर दोषियों को बचाने की कोशिश की गई तो सभी समाजसेवी व दलित संगठन मिलकर सड़कों पर उतर आएंगे।

Vijay