हिमाचल की पहली सब्जी मंडी का ऐसा हाल, किसान-आढ़ती झेल रहे परेशानी

Friday, Jun 29, 2018 - 02:41 PM (IST)

शिमला (राजीव): बरसात शुरू होते ही किसानो की मुश्किल भी बढ़ गई है। फसल तैयार होने के बाद जब किसान फसल को मंडी बेचने के लिए पहुंच रहा है तो उसे मंडी में खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। किसान की फसल खुले में भीगने को मजबूर है। कारण है सब्जी मंडी में जगह की कमी। पिछले कई सालों से ढली एवं किनौर सब्जी मंडी के विस्तार का काम नहीं हो पाया है। किसान और आढ़ती दोनों इसको लेकर परेशान हैं। ढली सब्जी मंडी हिमाचल की सबसे पहली सब्जी मंडी है और इस सब्जी मंडी में हर साल 500 करोड़ का बिजनैस होता है, जिसमें से सरकार को हर साल 5 करोड़ मार्कीट फीस के तौर पर आता है लेकिन सरकार किसानों की दिक्कत की ओर कोई ध्यान नही दे रही है।


फसल खराब होने के बाद नहीं मिल पाते उचित दाम
किसानों के अनुसार ढली सब्जी मंडी में प्रदेश के 5 जिलों के किसान अपनी फसल को बेचने के लिए यहां पर लाते हैं लेकिन मंडी की हालत बेहद ही खस्ता है। मंडी में जगह की कमी के कारण किसानों को फसल खुले में रखनी पड़ती है जिस वजह से फसल भीग जाती है। भीगने के बाद फसल खराब होने से किसानों को फसल के उचित दाम नहीं मिल पाते।


कई बार उजागर की समस्या, हालात जस के तस
ढली सब्जी मंडी के आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष नाहर सिंह चौधरी ने कहा कि हर साल सरकार को लगभग 5 करोड़ का मुनाफा देने वाली इस मंडी की ओर सरकार का कोई भी ध्यान नहीं है। सरकार को कई बार इस समस्या के बारे में बताया गया लेकिन अभी तक हालात जस के तस बने हुए हैं। हालांकि पूर्व सरकार ने पिछले साल मंडी के विस्तार का शिलान्यास जरूर किया था लेकिन 10 महीने बीत जाने पर भी काम शुरू नहीं हो पाया है।

Vijay