सिरमौर की बगिया में बढ़ने लगी बेटियां, रिकॉर्डतोड़ वृद्धि से प्रशासन खुश

Friday, Sep 29, 2017 - 04:03 PM (IST)

सिरमौर (सतीश): सोलन में कन्या शिशु लिंगानुपात में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज हुई है। पिछले साल 919 की तुलना में यह अनुपात बढ़कर 956 हो गया है। 2011 की जनगणना के मुताबिक सिरमौर में यह अनुपात 918 था। यानि 1000 बेटों पर अब 956 बेटियों का जन्म हुआ है। जिला में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और मुस्कान कार्यक्रम को पंख लगते नजर आ रहे है। इस बड़ी उपलब्धि का श्रेय डीसी वीसी बडालिया के साथ-साथ जुड़े विभागों को दिया जाना चाहिए। जिला में आयोजित जागरूकता कार्यक्रमों के फलस्वरूप ही रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। बडालिया ने बताया कि लोगों को बेटी के महत्व बारे जागरूक करने के लिए जिला में पिछले साल के दौरान मुस्कान कार्यक्रम के तहत बेटी है वरदान-करो इसका सम्मान नामक कार्यक्रम चलाया गया है, जिसके तहत पंचायत स्तर पर लोगों को जागरूक करने के लिए शिविरों का आयोजन किया गया। 


उपायुक्त ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के प्रयासों की सराहना की
जिला में राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम के तहत 46 शिविरों का आयोजन किया गया जिसमें 0 से 5 वर्ष की आयु वर्ग के सभी बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की गई और समाज में बेटी के महत्व बारे जानकारी दी गई। उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के प्रयासों की सराहना की है। उधर, इस बारे में जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय शर्मा ने बताया कि बेटियों की संख्या में इजाफा हुआ है। संजय शर्मा ने बताया कि पिछले साल धगेडा ब्लॉक की क्यारी पंचायत को लिंगानुपात बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा 5 लाख नकद राशि से पुरस्कृत भी किया गया है। 


सिरमौर में इस तरीके से बेटियों की संख्या बढ़ी
इस दिशा में जिला के भीतर महिला अवम बाल विकास विभाग द्वारा भी सराहनीय प्रयास किए गए है महिला अवम बाल विकास कल्याण अधिकारी ईरा तंनवर ने बताया की 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' और मुस्कान कार्यक्रम के तहत विभाग द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए लोगों को जागरूक किया गया। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा समय समय पर कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को सरकार द्वारा महिलाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी जाती है। जिला में लिंगानुपात बढ़ाने में प्रशासन को जो कामयाबी मिली है। उसकी लोग भी खूब तारीफ कर रहे हैं। पिछड़े जिला माने जाने वाले सिरमौर में इस तरीके से बेटियों की संख्या बढ़ी है। यह अपने आप में बेहद खुशी की बात है। वहीं इस जिला में केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम और राज्य सरकार की मुस्कान योजना को भी पंख लगे हैं।