आधार कार्ड व पते के साथ छेड़छाड़ कर ले रहे सिम कार्ड

Monday, Nov 18, 2019 - 03:34 PM (IST)

नाहन: पिछले कुछ सालों से फ्रॉड व क्राइम को देखते हुए सिम कार्ड खरीदने के लिए नियमों को सख्त किया गया है। सूत्रों के अनुसार इसी के तहत एक नियम यह भी है कि किसी भी बाहरी राज्य के व्यक्ति को दूसरे राज्य में सिम कार्ड खरीदने के लिए वहां के स्थानीय व्यक्ति का रैफरैंस देना होता है। इसके लिए बाकायदा स्थानीय रैफरैंस के मोबाइल पर ओटीपी भी आता है, ताकि पुख्ता कन्फर्मेशन हो सके। लेकिन जिला के औद्योगिक व अन्य क्षेत्रों में इन दिनों बाहरी राज्यों से काम करने के लिए आने वाले लोगों द्वारा सिम कार्ड खरीदने के दौरान हेराफेरी की जा रही है। पुख्ता सूत्रों की मानें तो कुछ लोगों द्वारा आधारकार्ड जैसे आई. कार्ड में उम्र, पता व अन्य छेड़छाड़ तक की जा रही है, जिसके चलते भविष्य में गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं।

पुलिस कैसे करेगी ट्रेस

सिम कार्ड खरीदने के बाद उपरोक्त मामले से संबंधित बाहरी राज्य का व्यक्ति मोबाइल आदि से फ्रॉड या धमकी आदि देकर फरार हो जाता है तो उसे तलाश करना पुलिस के लिए भी टेढ़ी खीर होगा, क्योंकि स्थानीय रैफरैंस पर बाहरी व्यक्ति का ही फ्रॉड पता दर्शाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि कुछ रिटेलर सिम कार्ड बेचने की होड़ में इस धंधे को अंजाम दे रहे हैं। इसको लेकर पुलिस को सख्त कदम उठाने की जरूरत है।

इस तरह हो रहा काम

सूत्रों के अनुसार जब कोई बाहरी राज्य का व्यक्ति हिमाचल में सिम कार्ड खरीदता है तो स्थानीय रैफरैंस वाले व्यक्ति के स्थान पर बाहरी राज्य के ही व्यक्ति का मोबाइल नंबर अंकित कर दिया जाता है। इसके अलावा सही पते के स्थान पर अपने हिसाब से तय पता दर्ज कर दिया जाता है। एक बार यदि बाहरी राज्य का कोई व्यक्ति हिमाचल से संबंधित लोकल नंबर खरीद लेता है तो ऐसे ही न जाने कितने आगे लोगों के रैफरैंस उसी के नंबर से दिए जा रहे हैं। इतना ही नहीं, जिनकी आयु कम है, वे युवा भी अपने आधार कार्ड में छेड़छाड़ कर आयु अपने हिसाब से बढ़ा रहे हैं।
 

Ekta