भाखड़ा बांध गोविंद सागर झील से निकाली जाएगी सिल्ट

Tuesday, Jun 15, 2021 - 10:40 AM (IST)

बिलासपुर (मुकेश गौतम) : बीबीएमबी के चेयरमैन ने बीबीएमबी के आला अधिकारियों को साथ लेकर भाखड़ा बांध की गोविंद सागर झील में सिल्ट का निरीक्षण किया है। कई सालों से प्रयास किया जा रहा था कि गोविंद सागर झील में से सिल्ट कैसे निकाला जाए इसी को लेकर बीबीएमबी की ओर से बहुत जल्द टेंडर निकाले जाएंगे और जो भी कंपनी इस टेंडर की शर्तों के हिसाब में सही बैठेगी उनको टेंडर दे दिया जाएगा। बीबीएमबी के चेयरमैन और चीफ इंजीनियर और डिप्टी चीफ इंजीनियर ने गोविंद सागर झील में कहां तक सिल्ट फैला हुआ है, सिल्ट के कारण डैम को भी खतरा हो सकता है। गोविंद सागर झील में सिल्ट की मात्रा अधिक होने के कारण गोविंद सागर झील का आकार में कमी आई है, इन सभी पहलुओं पर गहनता से विचार-विमर्श किया गया। 

इसी संबंध में पत्रकारों से बात करते हुए बीबीएमबी के चेयरमैन ने बताया कि गोविंद सागर झील में डेल्टा अधिक होने के कारण आज हमने और हमारी टीम ने गोविंद सागर झील का निरीक्षण किया और डेल्टा के कारण डैम की कैपेसिटी कम होती है। उसको हटाने के लिए कैसे करना है, उसका टेंडर लगाएंगे और आपको पता है कि रिवर मटेरियल की क्या कीमत होती है जिससे हमारा भी काम हो जाएगा और उनको भी कमाई अच्छी हो जाएगी, उसी हिसाब से हम टेंडर लगाएंगे। उन्होंने बताया कि डेल्टा निकालने का कार्य बहुत बड़ा है। बीबीएमबी के कर्मचारी यहां अधिकारियों नहीं कर पाएंगे। डेल्टा निकालने का काम एक ठेकेदार द्वारा नहीं किया जा सकता है। संभव है कि इसके लिए एक से अधिक ठेकेदार लगाने पड़े।

झील से डेल्टा निकालने के लिए सालों तक का समय लग सकता है। जहां हमने देखा है वहां रिवर बेड से 200 से 250 फुट ऊपर है और जिसकी लंबाई 20 से 25 किलोमीटर तक है और हो सकता है कि बिलासपुर तक हो अगले महीने तक सिल्ट को लेकर टेंडर बीबीएमबी के चीफ इंजीनियर द्वारा लगाया जाएगा। अब देखना यह होगा कि बीबीएमबी सिल्ट को लेकर कितनी गंभीर है अगर समय से टेंडर हो जाते हैं तो सिल्ट गोविंद सागर झील में से बाहर निकल पाएगा। अगर बीबीएमबी सिल्ट के नाम पर यूं ही सर्वे, टूर बनाकर कागजों में ही कार्रवाई करती है तो भाखड़ा बांध की मियाद कम होती जाएगी और सिल्ट का आकार बढ़ता जाएगा जो कि अच्छी बात नहीं है यह भाखड़ा बांध के लिए खतरनाक है।
 

Content Writer

prashant sharma