NGT के आदेशों के बाद हो सकता है स्मार्ट सिटी प्रोजैक्ट में फेरबदल

Sunday, Jul 22, 2018 - 05:36 PM (IST)

शिमला: एन.जी.टी के शिमला में ग्रीन व कोर में निर्माण पर रोक तथा प्लानिंग एरिया में अढ़ाई मंजिल से अधिक के निर्माण पर प्रतिबंध लगाया गया है, ऐसे में नगर निगम के स्मार्ट सिटी प्रोजैक्ट में कोर्ट के आदेशों के बाद बदलाव हो सकता है। स्मार्ट सिटी के तहत शहर का कायाकल्प किया जाना है। शिमला में भवन निर्माण, शॉपिंग काम्पलैक्स सहित अन्य भवनों का निर्माण इस योजना के तहत होना है लेकिन कोर्ट के फैसले के बाद इसमें आंशिक फेरबदल किया जा सकता है। सोमवार को स्मार्ट सिटी व अमृत मिशन योजना के कार्यों की समीक्षा बैठक अतिरिक्त मुख्य सचिव शहरी विकास के साथ होगी। बैठक में स्मार्ट सिटी प्रोजैक्ट के लिए मैनेजमैंट कंसल्टैंड कंपनी (पी.एम.सी.) की तैनाती के लिए दोबारा से टैंडर कॉल करने पर भी चर्चा की जाएगी।


आयुक्त ने अधिकारियों के साथ की रिव्यू बैठक
अतिरिक्त मुख्य सचिव शहरी विकास के साथ सोमवार को होने वाली बैठक से पहले रविवार को आयुक्त पंकज राय ने स्मार्ट सिटी व अमृत मिशन योजना के अधिकारियों के साथ रिव्यू बैठक कर दोनों योजनाओं की स्टेटस रिपोर्ट पर चर्चा की। अमृत मिशन के तहत शहर की पेयजल व सीवरेज व्यवस्था को सुधारा जा रहा है इसके अलावा वार्ड स्तर पर कार्य किए जा रहे हंै जबकि स्मार्ट सिटी योजना के लिए अभी तक कंपनी का गठन किया गया है केंद्र सरकार से सरकार को इस मिशन के लिए करीबन 19 करोड़ की  राशि मिल चुकी है। 


कंसल्टैंड नहीं मिलने से लटकी है योजना
स्मार्ट सिटी के लिए मैनेजमैंट कंसल्टैंड कंपनी नहीं मिलने से प्रोजैक्ट पर फिलहाल ब्रेक लगी हुई है। नगर निगम को दोबारा से टैंडर प्रक्रिया शुरू करने पड़ेगी, जिसमें करीबन दो से तीन महीने का समय और लगेगा। नगर निगम ने बीते मार्च माह में कंसल्टैंट तैनाती के लिए टैंडर कॉल किए थे।


एम.सी ने तैयार किया 2905.97 करोड़ का प्लान
स्मार्ट सिटी के तहत शिमला के विकास के लिए नगर निगम ने 2095.97 करोड़ का मास्टर तैयार किया है। इसमें ट्रैफिकजाम समस्याएं सार्वजनिक वाहन, पार्किंग व पैदल पथ, जलापूॢत, ठोस कचरा व तरल कचरा प्रबंधन, पार्क व खेल मैदान मूलभूत विषयों के प्रस्ताव शामिल हैं। गौर है कि प्रारंभिक तौर पर शिमला स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शिमला नगर क्षेत्र को पुन:विकास और पुन:निर्माण बिंदुओं के अंतर्गत विभिन्न 50 निर्माण कार्यों के माध्यम से विकसित किया जाएगा।

Vijay