कोरोना बंदिशों को लेकर चिंतपूर्णी में दोहरे मापदंडों से दुकानदार परेशान

punjabkesari.in Tuesday, Jan 11, 2022 - 04:42 PM (IST)

जिला कांगड़ा के अंतर्गत आता है 50 प्रतिशत बाजार
चिंतपूर्णी (सुनील):
जिला प्रशासन के चिंतपूर्णी बाजार को शनिवार और रविवार को बंद करने के आदेश स्थानीय व्यापारियों को रास नहीं आ रहे हैं। दुकानदारों सुभाष चंद्र, राकेश कुमार, विनोद कुमार, जीवन कालिया, सतीश कालिया, अंकू घई, महेश कुमार व तिलक राज आदि ने बताया कि चिंतपूर्णी का 50 प्रतिशत बाजार जिला कांगड़ा के अंतर्गत आता है और जिला कांगड़ा प्रशासन ने केवल रविवार को बाजार बंद रखने का निर्णय लिया है, ऐसे में अब चिंतपूर्णी में बाजार को खोलने के लिए क्या मापदंड हैं इसके लिए सभी लोग हैरान हैं।

शनिवार को जिला कांगड़ा के अंतर्गत नए बस अड्डे से अस्पताल रोड तक दुकानदारों ने दुकानें खुली रखने का निर्णय लिया है, ऐसे में चिंतपूर्णी का आधा बाजार बंद तो आधा खुला रहने की उम्मीद है। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि चिंतपूर्णी में बाजार को खोलने के लिए एक तरह के मापदंड अपनाए जाएं। कोरोना वायरस के नियमों से बेशक सख्ती से निपटा जाए और लोगों को कोरोना के नियमों की पालना करने के लिए प्रेरित किया जाए लेकिन इस तरह आधा बाजार बंद आधा खुला रखना उचित नहीं है जिसका स्थानीय लोग भी विरोध कर रहे हैं।

चिंतपूर्णी व्यापार मंडल के प्रधान वासुदेव ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते दुकानदार पहले ही लाखों रुपए का नुक्सान उठा चुके हैं, ऐसे में मंदिर को दर्शनों के लिए खुला रखना और बाजार बंद करने का निर्णय उचित नहीं है। स्थानीय पुजारी निरंजन कालिया, केवल कृष्ण व विनोद कुमार आदि लोगों ने बताया कि यदि चिंतपूर्णी में मंदिर के कपाट दर्शनों के लिए खुले रखे जा रहे हैं तो नियमों के साथ बाजार को भी खुला रखा जाए। यदि बाजार शनिवार या रविवार को बंद रखने के आदेश जारी किए हैं तो मंदिर को भी केवल पूजा-अर्चना के लिए ही खोला जाए।

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Content Writer

Vijay

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