खिलाड़ियों के पास न किट और न ही जूते सरकार की सुविधाओं से दिव्यांग अछूते
punjabkesari.in Friday, Jan 03, 2020 - 10:28 AM (IST)
सोलन (पाल): सरकार की खेल नीति पर सवाल खड़े हो गए हैं। दिल्ली में आयोजित हो रही राष्ट्रीय दृष्टिबाधित कबड्डी प्रतियोगिता में भाग लेने जा रही हिमाचल की टीम के खिलाडिय़ों के पास न किट है और न ही जूते हैं। सरकारी सुविधाओं के नाम पर इस दिव्यांग टीम को कुछ नहीं मिला है। यही कारण है कि इन खिलाड़ियों को ठोडो मैदान में मिट्टी में खेलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता मैट पर खेली जानी है, लेकिन इनके पास प्रैक्टिस के लिए कोई मैट नहीं है। इसके कारण ये खिलाड़ी मिट्टी में खेल रहे हैं। इन्हें अपना पैसा खर्च कर किट व जूते खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है। ठोडो मैदान में नंगे पांव खेलते-खेलते कुछ खिलाडिय़ों को चोट भी लग गई थीं। यही नहीं, धूल-मिट्टी में खेलने के कारण कई खिलाड़ी बीमार भी हो गए हैं।
राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता 4 जनवरी से दिल्ली में शुरू होनी है। हिमाचल की टीम का ठोडो मैदान में कैंप चला हुआ है। इस शिविर में राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चयनित 12 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। इसमें 3-4 खिलाड़ी ऐसे हैं, जो 3 से 4 बार नैशनल खेल चुके हैं। दृष्टिबाधित खिलाडिय़ों ने बताया कि वे राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए जा रहे हैं। प्रदेश भर के खिलाड़ी सोलन में अभ्यास कर रहे हैं। उनके लिए सरकार की ओर से किसी तरह की सुविधाएं नहीं मिली हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के समक्ष उन्होंने कई बार अपनी मांगों को रखा, लेकिन सरकार उनकी बातों पर गौर नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि वे अपने आपको अक्षम नहीं मानते, लेकिन सरकार उन्हें मूलभूत सुविधाएं प्रदान न कर अपने आप को अक्षम साबित कर रही है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि दृष्टिहीन खिलाडिय़ों के लिए सुविधाएं मुहैया करवाए, ताकि उनका मनोबल न टूटे।
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