शिवेन विजेता, रोहित व हुकुम बने उपविजेता, विश्व के सबसे ऊंचे गांव में साइकिल रैली संपन्न

punjabkesari.in Wednesday, Sep 18, 2019 - 10:23 AM (IST)

काजा (ब्यूरो): हिमाचल प्रदेश पर्यटन निगम के सहयोग से साइकिल रैली के द्वितीय एडीशन का आयोजन किया गया। 2 दिवसीय साइकिल रैली का समापन विश्व के सबसे ऊंचे गांव कौमिक में हुआ। कौमिक गांव समुद्र तल से 15 हजार 27 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। समापन कार्यक्रम में ए.डी.एम. काजा ज्ञान सागर नेगी ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। इसके साथ ही विशिष्टातिथि कौमिक गोम्पा के लामा नोबांग उपस्थित रहे। इस दौरान प्रथम स्थान शिवेन ने हासिल किया। ताबो से कौमिक तक 65 किलोमीटर के रूट को शिवेन ने 3 घंटे 25 मिनट में पूरा किया, जबकि दूसरे स्थान पर रोहित रहे। रोहित ने रूट को 3 घंटे 26 मिनट में पूरा किया। वहीं तीसरे स्थान पर हुकुम रहे। हुकुम ने अपनी रेस 3 घंटे 32 मिनट में पूरी की। मुख्यातिथि ने सभी विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि इस तरह की साइकिल रैली का आयोजन करना चाहिए, ये अपने आप में रिकार्ड है कि विश्व के सबसे ऊंचे गांव में रैली का समापन हुआ। यहां के युवाओं का कार्य सराहनीय है। स्थानीय प्रशासन साइकिल रैली को और बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास करेगा।  

साइकिल रैली को बढ़ावा देने के लिए प्रोजैक्ट तैयार करें आयोजनकर्ता

ए.डी.एम. ने आयोजनकर्ताओं से आह्वान किया कि साइकिल रैली को बढ़ावा देने के लिए प्रोजैक्ट तैयार करें। प्रशासन हरसंभव सहायता करेगा। अगले साल इस साइकिल रैली में प्रतिभागियों की संख्या इससे कहीं अधिक होनी चाहिए। इसके लिए अभी से एनरूट स्पीति की टीम को काम करना चाहिए। वहीं इस मौके पर एनरूट स्पीति के अध्यक्ष छवांग तेंडिंग ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और अपने भाषण में कहा कि साइकिल रैली का दूसरा एडीशन इस वर्ष पूरा हो गया है। पिछले साल हमने इस रैली को शुरू करने का फैसला लिया था। अब धीरे-धीरे इस रैली के प्रति स्थानीय युवाओं की रुचि बढ़ रही है। इसके साथ ही प्रदेश के अन्य देशों से भी प्रतिभागी इस रैली में हिस्सा लेने के लिए आने लगे हैं। हमारा लक्ष्य लाहौल-स्पीति के युवाओं को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मंच मुहैया करवाना है। 

स्थानीय प्रतिभागियों को बेहतर प्रशिक्षण मिले तो बन सकते हैं बेहतर राइडर 

शिवेन ने कहा कि पहली बार इस रैली में आकर काफी अच्छा लगा है। मैं जूनियर चैम्पियनशिप में हिस्सा ले चुका हूं। यहां के स्थानीय प्रतिभागियों में काफी अच्छा स्टैमिना है। अगर उन्हें सही प्रशिक्षण दिया जाए तो वे बेहतर राइडर बन सकते हैं। वहीं प्रशासन भी साइकिल को प्रोत्साहित करे तो आने वाले समय में लाहौल-स्पीति से कई राइडर राष्ट्रीय स्तर के निकल सकते हैं। रैली में 11 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। 


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Ekta

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