सावन महीने के पहले दिन बम बम भोले के जयकारों से गूंजे ज्वालाजी के शिवालय

Monday, Jul 22, 2019 - 03:43 PM (IST)

ज्वालामुखी (पंकज शर्मा): श्रावण मास के पहले दिन ज्वालाजी में स्थित सभी शिवालय भोले के जयकारों से गूंज उठे। मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। इस मौके पर ज्वालाजी के साथ लगते अष्टभुजा मन्दिर, शनि देव मन्दिर स्थित शिवालय, हनुमान गली में स्थित शिवालय सहित अन्य मंदिरों में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना में भाग लिया। भोले के भक्तों ने दूध, जल, धतूरा व बिल्व  पत्रों से शिव की पूजा-आराधना की। इस बीच भक्तों ने व्रत भी रखा। उधर, मन्दिर प्रशासन की ओर से भी शिवालयों को फूलों से सजाया गया था, साथ ही भक्तों की सहूलियत के हिसाब से यहां इंतजाम किए हुए थे। मंदिर में पूजारी अविनेंदर शर्मा, पुजारी संदीप शर्मा व छोटे लाल ने विशेष पूजा-अर्चना की।

ज्वालाजी के लाल शिवालय में अगले सोमवार को होगा भंडारा

ज्वालाजी के लाल शिवालय में अगले सोमवार यानी 29 जुलाई को भंडारे का आयोजन किया जाएगा। मंदिर के पूजारी अविनेंदर शर्मा व पुजारी संदीप शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि मन्दिर में आयोजित होने वाला ये 52वां भंडारा होगा। उन्होंने बताया कि भंडारे के साथ यहां कार्तिक महादेव की मूर्ति स्थापित की जाएगी, साथ ही सावन महीने की संक्रांति से शुरू हुई महाशिव पुराण कथा का समापन 29 जुलाई को किया जाएगा और एक भव्य यज्ञ का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने लोगों से इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़ कर भाग लेने की बात कही है।

श्रावण मास में शिव की पूजा से सभी कष्ट होते हैं दूर

पुजारी के अनुसार श्रावण मास शिव भोले शंकर का मास है। सावन महीनाभोले शंकर को अति प्रिय है। इस महीने में प्रकृति अपने पूरे यौवन पर होती है और हर तरफ हरियाली  होती है। इस मास में रुद्रिका पाठ ,शिव तांडव पाठ आदि से शिव की उपासना करनी चाहिए। इस मास में शिव जी को बिल्व पत्र चढ़ाने से सभी कष्ट दूर होते हैं। शिव की मूर्ति के सामने ओम नम: शिवाय का जाप करना चाहिए जबकि शिवलिंग के पास ओम के जाप का विशेष महत्व है। श्रावण मास में सोमवार के उपवास करने से सभी मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।

Vijay