हिमाचल में कांग्रेस के अगले मुख्यमंत्री पर शिंदे का बड़ा बयान, पढ़िए क्या कहा

Saturday, Sep 09, 2017 - 10:14 PM (IST)

चम्बा: प्रदेश में कांग्रेस का मिशन रिपीट कामयाब होता है तो राज्य के अगले मुख्यमंत्री का फैसला सोनिया गांधी व राहुल गांधी करेंगे। हिमाचल कांग्रेस प्रभारी सुशील कुमार शिंदे ने जिला मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि पार्टी ने उन्हें सब को साथ लेकर चलने के लिए भेजा है। यही वजह है कि पिछले दिनों वह सुखराम से मिले। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी वह हिमाचल कांग्रेस प्रभारी रह चुके हैं और उस दौरान भी मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व सुखराम की आपस में बातचीत नहीं थी लेकिन उन्होंने दोनों को एक मंच पर लाने में सफलता हासिल की।

...तो उन्हें सौंपी जाती है जिम्मेदारी
उन्होंने कहा कि चूंकि वह पुलिस विभाग के कर्मी रह चुके हैं, ऐसे में जब भी किसी राज्य में पार्टी को यह आभास होता है कि वहां का पंचनामा तैयार किया जाए तो उन्हें इसकी जिम्मेदारी सौंपी जाती है। उन्होंने कहा कि इस बार भी पार्टी में जो मनमुटाव है उसे वह समाप्त करने के लिए आए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक बहुत बड़ा परिवार है, ऐसे में मनमुटाव जैसी घटनाएं होना आम बात है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक अनुशासनात्मक पार्टी है, ऐसे में पार्टी के भीतर किसी भी सूरत में अनुशासन की अवहेलना सहन नहीं होगी। 

प्रत्येक नेता व कार्यकर्ता को अपनाना होगा अनुशासन 
शिंदे ने कहा है कि कांग्रेस के प्रत्येक नेता व कार्यकत्र्ता को अनुशासन अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि यह बात ओर है उसके बारे में कौन क्या कहता है इसकी वह कोई परवाह नहीं करते हंै। उन्होंने कहा कि वह इस समय पार्टी में मौजूद मनमुटाव को समाप्त करने में जुटे हैं बाद में क्या होता है वह देख लेंगे। भाजपा पर बोलते हुए शिंदे ने कहा कि भाजपा सरकार बनते ही कांग्रेसियों के खिलाफ केस बनाने तथा उन्हें जेल भेजने के काम को प्रमुखता के साथ अंजाम दिया जाता है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह के खिलाफ भी भाजपा ने ऐसा ही कुछ किया है।

कांग्रेस ने वीरभद्र सिंह को बहुत कुछ दिया : रंजन
वहीं प्रदेश कांग्रेस सह प्रभारी व राष्ट्रीय कांग्रेस सचिव कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अगर वीरभद्र सिंह ने पार्टी के लिए कुछ किया है तो पार्टी ने उनको बहुत कुछ दिया है। इस बात को किसी को नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी से बड़ा कोई नहीं होता है। उन्होंने कहा कि आज जो वीरभद्र सिंह की नारेबाजी की गई है उससे यह संदेश गया है कि वीरभद्र सिंह शायद कमजोर हैं। उन्होंने कहा कि आखिरकार मुख्यमंत्री के नारे लगाने की कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को जरूरत क्यों पड़ी। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि कुछ ऐसे तत्व हैं जोकि कांग्रेस को आपस में लड़वाना चाहते हैं।