कुल्लू की जमीन पर अब शिमला मौज नहीं कर पाएगा, कई बैठकों में उठता रहा यह मुद्दा

Thursday, Feb 08, 2018 - 01:05 PM (IST)

कुल्लू : कुल्लू की जमीन पर अब शिमला मौज नहीं कर पाएगा। कुल्लू जिला के सीमांत क्षेत्र के हाईडल प्रोजैक्टों से लाडा के तहत मिलने वाले करोड़ों रुपए अब शिमला जिला नहीं हड़प पाएगा। पिछले कई वर्षों से कुल्लू की जल-जमीन की एवज में मिलने वाले करोड़ों रुपए पर शिमला की पौबारह हो रही थी लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। इस पूरे प्रकरण को एक साजिश से जोड़कर भी देखा जा रहा है। पूर्व प्रदेश सरकार के कार्यकाल में भी कुल्लू के जनप्रतिनिधियों ने यह मसला उठाया था लेकिन किसी ने नहीं सुनी। अब प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के साथ ही कुल्लू को उसका हक मिलने की उम्मीद जगी है और इसको लेकर कार्य भी शुरू हो गया है। जल्द ही कुल्लू प्रशासन को लाडा का यह पैसा मिलेगा और इस पैसे को कुल्लू में विकास कार्यों पर खर्च किया जा सकेगा।

शिमला जिला के बजाय कुल्लू जिला में ही खर्च होंगे 21.80 करोड़
412 मैगावाट के बायल स्थित रामपुर हाईड्रो इलैक्ट्रिक प्रोजैक्ट प्रभावित कुल्लू जिला की 7 पंचायतों सहित 8 पंचायतों में खर्च होने वाले 25 करोड़ में से 21.80 करोड़ अब शिमला जिला के बजाय कुल्लू जिला में ही खर्च होंगे। प्रभावित क्षेत्रों में इस धनराशि को खर्च कर विकास कार्य करवाए जाएंगे। जिला परिषद वार्ड पोषणा में ये प्रभावित पंचायतें आती हैं। अब तक यह पैसा शिमला जिला के खाते में जा रहा था। इस ज्यादती के खिलाफ आवाज उठती रही लेकिन हुआ कुछ भी नहीं।

कुल्लू को फायदा मिलने जा रहा 
कुल्लू जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के बीच हुई बैठकों में भी बार-बार यह मसला उठता रहा। अब जाकर कहीं राहत मिली है। जिला परिषद सदस्य शशि कटोच ने कहा कि अब इस प्रकरण में कुल्लू को फायदा मिलने जा रहा है। पूर्व विधायक महेश्वर सिंह ने भी कुल्लू में बैठक के दौरान प्रशासन के समक्ष कई बार इस मसले को उठाया। जिला परिषद सदस्य शशि कटोच ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पूर्व सांसद महेश्वर सिंह, डी.सी. कुल्लू यूनुस और जिला परिषद सदस्य हितेश्वर सिंह का आभार जताया है।