मुख्यमंत्री ने रक्षा मंत्री से मांगी हिमाचल रैजीमैंट

Tuesday, Feb 20, 2018 - 12:50 AM (IST)

शिमला : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण से राज्य के लिए अलग से हिमाचल रैजीमैंट देने की मांग की है। नई दिल्ली में सोमवार को मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने रक्षा मंत्री को बताया कि हिमाचल प्रदेश के 1,200 से अधिक जवानों ने मातृभूमि के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। हिमाचल के वीर जवानों को 4 परमवीर चक्र सहित 1,100 वीरता पुरस्कार प्रदान किए गए हैं। राज्य के युवा सशस्त्र बलों में अपनी सेवाएं भी देना चाहते हैं, लेकिन भर्ती की जाने वाली पुरुष आबादी (आर.एम.पी.) की अवधारणा के कार्यान्वयन के उपरांत राज्य के लिए भर्ती कोटे को कम कर दिया गया है। उन्होंने राज्य के भर्ती कोटे में बढ़ौतरी करने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने एयरफ ोर्स के लिए कांगड़ा हवाई अड्डे को विकसित करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हवाई अड्डे के विस्तार से इसका इस्तेमाल लड़ाकू विमानों व भारी विमानों को उतारकर रक्षा उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है। इसकी सीमा से सुरक्षित दूरी तथा रणनीतिक स्थान होने के कारण पठानकोट एयरपोर्ट के लिए सुरक्षा की दूसरी पंक्ति के रूप में एक विकल्प हो सकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए 500 एकड़ अतिरिक्त भूमि की अधिग्रहण की आवश्यकता होगी, जिसकी लागत को रक्षा मंत्रालय की तरफ से वहन किया जाएगा। उन्होंने यह भी आग्रह किया कि इस एयरपोर्ट के रक्षा संपत्ति के रूप में विकसित किए जाने के बाद भी नागरिक उड़ानों के संचालन को जारी रखा जाए। जयराम ठाकुर ने रक्षा उपकरणों को धर्मशाला के युद्ध स्मारक में स्थानांतरित करने के लिए मंत्रालय के समर्थन के लिए भी अनुरोध किया। यह स्मारक बहादुर शहीदों के लिए श्रद्धांजलि के रूप में निर्मित किया गया है।

सुरक्षा दृष्टि से लेह तक बने रेलमार्ग
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मनाली-लेह रेलवे लाइन के मामले को आगे बढ़ाने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सामरिक तथा रक्षा की दृष्टि से ऐसा किया जाना महत्वपूर्ण है। केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने मुख्यमंत्री की मांगों पर हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया।