1.65 लाख पेटी सेब भेजा जा चुका प्रदेश से बाहर

Monday, Jul 30, 2018 - 08:36 PM (IST)

शिमला: प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से अब तक1 लाख 64 हजार 471 पेटी सेब बाहरी राज्यों को भेजा जा चुका है। ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल खत्म होने तथा बारिश थमने के बाद सेब तुड़ान में तेजी आई है। इसी के साथ सेब सीजन भी रफ्तार पकडऩे लगा है। अकेले भट्टाकुफर मंडी में सोमवार को 18,000 से ज्यादा पेटी सेब पहुंचा है। अच्छी बात यह है कि इस बार बागवानों को सेब के अच्छे दाम मिल रहे हंै। भट्टाकुफर मंडी में सोमवार को उन्नत किस्म का स्पर सेब 3,000 रुपए प्रति पेटी, रायल सेब अधिकतम 2,600 रुपए, रैड गोल्डन सेब 1,500 रुपए तथा टाइडमैन सेब 1,000 रुपए प्रति पेटी के हिसाब से बिका। इससे पहले भट्टाकुफर मंडी में अधिकतम 3,500 रुपए प्रति पेटी के हिसाब से स्पर सेब बिक चुका है। गौर रहे कि अब तक प्रदेश के 5,500 फुट तक की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जल्दी तैयार होने वाली किस्मों का सेब तैयार हुआ है। चीन के सेब आयात पर रोक और अमरीकी सेब के आयात पर शुल्क बढऩे की वजह से देश के बाजारों में हिमाचली सेब की अच्छी मांग चल रही है। यही वजह है कि सोमवार को कलकत्ता व चेन्नई में उन्नत किस्म का स्पर सेब अधिकतम 3,700 रुपए तक प्रति पेटी के हिसाब से बिका, वहीं दिल्ली और चंडीगढ़ में भी स्पर सेब 3,400 रु पए तथा रॉयल सेब 2,800 रुपए तक बिका। प्रदेश में इस साल सेब की बहुत कम फसल बताई जा रही है। इसे देखते हुए बागवानों को आस है कि पूरे सीजन के दौरान बागवानों को सेब के अच्छे दाम मिलेंगे।


सेब के साथ नाशपाती के भी मिल रहे अच्छे दाम
सेब के साथ-साथ नाशपाती के भी बागवानों को इस बार बहुत अच्छे दाम मिल रहे हैं। सोमवार को भट्टाकुफर मंडी में उन्नत किस्म की नाशपाती 2,600 रुपए प्रति पेटी बिकी, वहीं जयपुर मंडी में रैडलम गाला किस्म का सेब 160 रुपए प्रति पेटी के हिसाब से बिका। देहा के साथ लगते तारापुर के बागवान शिव सिंह चंदेल के बगीचे में उगे रैडलम गाला की 28 किलो की पेटी 4,480 रुपए के हिसाब से बिकी। इस तरह हिमाचली सेब देशभर की मंडियों में धूम मचा रहा है। बागवानी निदेशक डा. एम.एल. धीमान ने बताया कि अब तक 1.65 लाख पेटी सेब प्रदेश से बाहर जा चुका है। इस बार बागवानों को सेब के अच्छे दाम मिल रहे हंै। अगस्त के दूसरे सप्ताह के  बाद सेब सीजन और रफ्तार पकड़ेगा।

Kuldeep