शांता ने सुखराम को बताया देश का दूसरा भजन लाल, जानिए क्यों

Wednesday, May 01, 2019 - 09:29 PM (IST)

चम्बा (विनोद): सुखराम देश के दूसरे भजन लाल हैं। सांसद शांता कुमार ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि मेरी नजर में बिकने की एक ही परिभाषा है वह चाहे कोई दो कौड़ी में बिके या फिर कोई 2 करोड़ में या फिर कोई टिकट में लिए बिके। उन्होंने कहा कि उन्होंने 55 साल तक राजनीति की है लेकिन इस हद तक राजनीति का स्तर गिरता हुआ नहीं देखा। उन्होंने कहा कि बेहद अफसोस की बात है कि कोई बिक रहा है तो कोई खरीद रहा है। उन्होंने कहा कि वह हमेशा इस बात के खिलाफ रहे हैं कि कोई व्यक्ति टिकट पाने के लिए पार्टी में शामिल होता है। सुखराम ने मुझे अपने पोते को टिकट दिलाने के लिए फोन किया था लेकिन मैंने उन्हें साफ मना कर दिया था।

वीरभद्र सिंह ने हमेशा की सिद्धांत की राजनीति

उन्होंने वीरभद्र सिंह की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा सिद्धांत की राजनीति की है और कभी भी विरोधी के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं किया। सत्ती को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि जिस दिन सत्ती का बयान आया मैंने उसी दिन क्षमा मांग ली थी। उन्होंने कहा कि मर्यादित भाषा का प्रयोग होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जिला चम्बा देश के पिछड़े जिला की सूची में शुमार है और मैं इससे अपनी राजनीतिक जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि जिला चम्बा के लिए मानता हूं क्योंकि जिला चम्बा के विकास को इस सूची में शामिल होने के बाद रफ्तार मिलेगी। उन्होंने कहा कि वह हमेशा से दल-बदल के खिलाफ रहे हैं और सुखराम ने तो अपने परिवार के लिए कभी दल बदल किया तो कभी नए राजनीतिक दल का गठन किया।

सुखराम ने अपने परिवार तक ही अपनी राजनीति को सीमित रखा

सुखराम पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि सुखराम ने अपने परिवार तक ही अपनी राजनीति को सीमित रखा। पहले बेटे को मंत्री बनाने के लिए तो अब पोते को सांसद बनाने के लिए दल बदल किया। उन्होंने कहा कि केंद्र की पूर्व कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल में जो कार्पोरेट कानून पास किया, उससे जिला चम्बा को करोड़ों रुपए मिले हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए मैं कांग्रेस की नि:संदेह सराहना करूंगा। कांग्रेस को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कुनबे में खूब घमासान मचा हुआ है। सार्वजनिक मंच से कांग्रेसी नेता एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं।

आश्रय शर्मा को राजनीति का क, ख, ग तक नहीं आता

मंडी संसदीय क्षेत्र के दायरे में आने वाले भरमौर विधानसभा क्षेत्र के गैर-जनजातीय क्षेत्र लिल्ह में आयोजित चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए सांसद शांता कुमार ने कहा कि भाजपा ने जब आश्रम शर्मा को पार्टी टिकट देने से मना किया तो सुखराम ने अपने पोते के साथ कांग्रेस का रुख किया। वहां चूंकि वीरभद्र सिंह की पत्नी की पिछले लोकसभा चुनाव में हुई हार का अब तक खौफ मौजूद है, जिसके चलते कोई कांग्रेसी नेता इस संसदीय क्षेत्र से चुनाव नहीं लडऩा चाहता था तो कांग्रेस पार्टी ने आश्रम को अपना प्रत्याशी बनाया। उन्होंने कहा कि आश्रय को अभी तक राजनीति का क, ख, ग तक नहीं आता है। वह पैसे के दम पर तथा अपने दादा सुखराम के नाम पर चुनाव लड़ रहा है। उन्होंने कहा कि भारत को गौरी व गजनी ने लूटा तो अंग्रेजों ने 200 वर्षों तक लूटा। आजादी के बाद लुटेरे तो बदल गए लेकिन देश को लूटने का दौर जारी रहा। मोदी सरकार बनने के बाद ही इस लूट पर पूरी तरह से नकेल लगी है। 

Vijay