शांता बोले-मैंने पार्टी को भावनाओं से अवगत करवाया, अंतिम निर्णय पार्टी करेगी

Saturday, Aug 25, 2018 - 09:36 PM (IST)

पालमपुर: कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र से एक बार फिर सांसद शांता कुमार चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। भले ही शांता कुमार ने इस संबंध में पार्टी को अपनी भावनाओं से अवगत करवा दिया है परंतु पार्टी के निर्णय के समक्ष शांता कुमार भी बंधे हुए हैं। शांता कुमार ने भी इस बारे में संकेत दिया है। बकौल शांता कुमार मैंने अपनी बात पार्टी को बता दी है। पार्टी को निर्णय करना है, आधी सदी से चुनाव लड़ रहा हूं अब किसी और कार्यकर्ता को आगे लाया जाना चाहिए, लाया जा सकता है लेकिन पार्टी के सामने यह सवाल है कि हमें पूरे देश में जीत दर्ज करनी है, ऐसे में किसे किस संसदीय क्षेत्र से चुनाव में उतारना है, अंतिम निर्णय पार्टी को करना है। उन्होंने चुनाव मैदान में उतरने बारे पूछे प्रश्न के उत्तर में यह बात कही। यह बात कई मायने रख रही है, ऐसे में यदि पार्टी शांता कुमार को चुनाव में उतरने के निर्देश देती है तो शांता कुमार ही कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से पार्टी के प्रत्याशी होंगे।

देश में नरेंद्र मोदी तथा भाजपा का कोई विकल्प नहीं
शांता कुमार के अनुसार देश में भले ही विपक्षी दल एकजुट होकर भाजपा के विरुद्ध लामबंद हो रहे हैं परंतु देश में नरेंद्र मोदी तथा भाजपा का कोई विकल्प नहीं है। टूटे-फूटे विपक्षी दल एकत्रित होकर भी भाजपा का विकल्प नहीं बन सकते। कांग्रेस एक परिवार से बाहर नहीं निकल रही तथा समाप्ति की ओर बढ़ रही है। देश में मोदी व भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान बुनियादी परिवर्तन हुए हैं तथा गांव, गरीब व किसान के हित में नीतियां बनी हैं व इनका प्रभाव जनता अनुभव कर रही है।

हिमाचल में भाजपा के लिए कांग्रेस कोई चुनौती नहीं
उन्होंने कहा कि हिमाचल में भाजपा के लिए कोई कांग्रेस चुनौती नहीं है। हिमाचल में 2 दलीय प्रणाली प्रभावी है। प्रदेश में भाजपा की सरकार है, बढिय़ा कार्य कर रही है जबकि कांग्रेस की हालत पतली है। कांग्रेस के दिग्गज नेता वीरभद्र सिंह व पार्टी अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के मध्य आपसी लड़ाई मंच तथा सड़क पर जा पहुंची है, ऐसे में भाजपा सभी चारों सीटों पर जीत दर्ज करेगी।

Vijay