शांता बोले- BJP ने बिरादरी के आधार पर नहीं उतारा उम्मीदवार, Investor Meet का बेवजह विरोध कर रहा विपक्ष

punjabkesari.in Tuesday, Oct 15, 2019 - 10:45 AM (IST)

धर्मशाला (सौरभ): वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा है कि राजनीति में उनका कोई वारिस नहीं है। शांता ने कहा कि राजनीति उनकी जागीर नहीं है। जो कुछ दिया वो पार्टी ने दिया, ऐसे में वह अपना उत्तराधिकारी चुनने का कोई हक नहीं रखते हैं। धर्मशाला में सोमवार को पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि राजनीति में परिवारवाद का अंत होना चाहिए। वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा-राजनेताओं की संतानों या रिश्तेदारों को पैराशूट के जरिए चुनाव मैदान में उतारना सही नहीं है। हालांकि अपनी प्रतिभा और मेहनत के बल पर नेताओं की अगली पीढ़ी राजनीति में जगह बनाती है तो इसमें कुछ गलत भी नहीं है।

शांता कुमार ने साफ कहा कि धर्मशाला उपचुनाव में जातिवाद नहीं चलेगा। चुनाव में भाजपा ने बिरादरी के आधार पर उम्मीदवार नहीं उतारा है और ना ही जाति के आधार पर वोट मांग रही है। धर्मशाला के मतदाता बुद्धिजीवी हैं और वे सोच-समझ कर ही मतदान करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री ने धर्मशाला में अगले माह होने जा रही ग्लोबल इन्वैस्टर मीट को अति महत्वपूर्ण करार देते हुए कहा कि उन्हें भी इससे काफी उम्मीदें हैं। इससे चंबा में सीमैंट प्लांट और पालमपुर में रोप-वे का उनका सपना साकार हो सकेगा। कांग्रेस द्वारा इन्वैस्टर मीट के विरोध पर उन्होंने कहा कि विपक्ष महज विरोध के लिए विरोध कर रहा है। इन्वैस्टर मीट के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व उनकी टीम ने काफी होमवर्क किया है। 10 राज्यों की उद्योग और पर्यटन नीति का अध्ययन कर निवेशकों के लिए नीतियों में बदलाव कर उन्हें सरल किया गया है।

कालाअंब और बद्दी से वर्तमान उद्योगों के पलायन पर शांता ने माना कि पूर्व में कुछ कमियां जरूर रही हैं जिन्हें दूर किया गया है। कांग्रेस द्वारा धर्मशाला में बीते 2 साल में विकास ठप्प होने के आरोपों पर शांता ने कहा कि धर्मशाला के विकास में जो भी कमियां रही हैं, जयराम सरकार उन्हें आने वाले समय में दूर करेगी। शांता ने एक सवाल के जवाब में पच्छाद उपचुाव में विधानसभा अध्यक्ष राजीव बिंदल द्वारा प्रचार किए जाने को भी नियमों के मुताबिक करार देकर कहा कि ऐसा कोई भी नियम या कानून नहीं है कि विधानसभा अध्यक्ष चुनाव में प्रचार नहीं कर सकते हैं। 

प्रदेश में दूसरी राजधानी की कोई जरूरत नहीं

शांता कुमार ने पूर्व कांग्रेस सरकार द्वारा धर्मशाला को दूसरी राजधानी का दर्जा देने को लेकर कहा कि हिमाचल जैसे छोटे राज्य में दूसरी राजधानी बनाने की कोई जरूरत ही नहीं है। कांग्रेस ने महज राजनीतिक लाभ के लिए धर्मशाला को दूसरी राजधानी का दर्जा दिया था। उन्होंने कहा कि देश के बड़े राज्यों की एक ही राजधानी है। ऐसे में दूसरी राजधानी का विचार तर्कसंगत भी नहीं है।  

कांग्रेस से मुझे हमदर्दी, एक परिवार की गुलामी छोड़े

शांता कुमार ने देश में एक सशक्त विपक्ष की जरूरत दोहराते हुए कहा कि कांग्रेस के प्रति उनके मन में हमदर्दी है। देश की दूसरी बड़ी पार्टी एक परिवार की गुलामी में रहकर आत्महत्या कर रही है। शांता बोले-देश में एक अच्छा विपक्ष स्वस्थ लोकतंत्र के लिए जरूरी है। लेकिन कांग्रेस नेतृत्वविहीन हो गई है। राहुल गांधी अध्यक्ष पद छोड़कर भाग गए और कांग्रेस फिर सोनिया गांधी की गोद में आकर कमजोर हो रही है। 

कसौली लिटफैस्ट पर साधा निशाना

शांता कुमार ने बीते दिन कसौली में संपन्न हुए लिटफैस्ट में पनपे विवाद को लेकर कहा कि हिमाचल में साहित्य के इस महासंवाद का आयोजन हर्ष का विषय है, लेकिन इस साल हुए विवाद को वह ठीक नहीं मानते हैं। शांता ने कहा कि यह फैस्ट मशहूर साहित्यकार स्व. खुशवंत सिंह के सम्मान में हर साल होता है जिनके साथ उनके पुराने संबंध रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में ऐसी कोई चर्चा न हो जिससे विवाद की गुंजाइश पैदा हो। 


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Ekta

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