शांता बोले, आर्थिक विषमता नक्सलवाद का सबसे बड़ा कारण

Wednesday, Apr 26, 2017 - 08:10 PM (IST)

मंडी: सांसद शांता कुमार ने कहा कि नक्सलवाद का सबसे बड़ा कारण आर्थिक विषमता है। आर्थिक नीति और विकास का एक समान न होना भी एक कारण है। पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि नक्सलवाद देश के लिए बड़ी चुनौती बन चुका है। आजादी के 70 वर्षों के बाद भी देश के 10 जिलों में नक्सलवाद फल-फूल रहा है। अधूरा विकास और सामाजिक न्याय के न होने की वजह से 10 प्रतिशत गरीब आदिवासी नक्सलियों के चंगुल में फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार अब नक्सलवाद पर अपनी नीति बदल रही है। अब योजनाओं का शीर्षासन कर बजट में अमीरों से सुविधाएं लेकर मध्यम वर्ग और गरीबों के हित में लागू की जा रही हैं।

मोदी सरकार को दी बधाई 
उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि मैं पहली बार अगर प्रधानमंत्री को सही मायने में बधाई देने जा रहा हूं तो वह इस बात की है कि उन्होंने उनकी अध्यक्षता में गठित 31 सदस्यीय कमेटी की सिफारिश पर अब देशभर में डाक्टरों को मरीज की पर्ची पर केवल जैनरिक दवाइयां ही साफ और मोटे अक्षरों में लिखने के लिए नियम बनाने और आदेश जारी करने की वकालत की है और वह इसे जल्द लागू करने वाले हैं। 

2 लाख रुपए में मिलने वाली दवाई 8 हजार रुपए में
उन्होंने कहा कि आज देश में ब्रांडेड दवाइयों की विदेशी कंपनियों का इतना दबाव है कि अमरीका के राष्ट्रपति से एक कंपनी के मालिक ने भारत में इस नीति को लागू न करने के लिए सिफारिश करवाई लेकिन प्रधानमंत्री ने इस दबाव के आगे न झुकते हुए अब इसे लागू करने का खाका तैयार किया है जिससे देश का गरीब अब उस दवाई को खरीदने के लिए कर्ज लेने के लिए मजबूर नहीं होगा जिसे ब्रांडेड के नाम पर आज तक 2 लाख रुपए में बेचा जाता रहा और जैनरिक में उसकी कीमत केवल 8 हजार रुपए होगी। 

अभिनेता आमिर खान की मुहिम पर बनने जा रहा नियम
उन्होंने कहा कि अधिकांश डाक्टर अपने मुनाफे के लिए पर्ची में ब्रांडेड दवाइयां ही लिखते आए हैं लेकिन अब अगर नियम बन जाएगा तो अपने आप देश को सस्ती दवाइयां मिलना शुरू हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि सत्यमेव जयते कार्यक्रम चलाकर अभिनेता आमिर खान ने इस मुहिम को कमेटी गठन के बाद शुरू किया तो उन्होंने आमिर खान को इस कमेटी में शामिल कर उनकी भी राय ली और अब उन्हें पत्र के माध्यम से सूचित किया गया है कि आपकी इस मुहिम पर नियम बनने जा रहा है। 

केंद्रीय योजनाओं को लागू करने में हिमाचल सरकार बरत रही ढील
उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार केंद्र की योजनाओं को लागू करने में ढील बरत रही है मगर आने वाले विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की हिमाचल प्रदेश में रिकार्ड तोड़ विजय होगी।