कोरोना से मुकाबला करने में असफल रहे PM व CM से त्याग पत्र मांगें शांता कुमार : राजेश धर्माणी

punjabkesari.in Monday, May 10, 2021 - 07:45 PM (IST)

बिलासपुर (राम सिंह): कांग्रेस पार्टी ने भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार के इस कथन पर आश्चर्य व्यक्त किया है कि विपक्ष को कोरोना के संदर्भ में सरकार की आलोचना करने की बजाय पूर्ण रूप से सहयोग का रुख अपनाना चाहिए। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेश धर्माणी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पता नहीं शांता कुमार बे-मौके का यह राग इस समय क्यों गा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज उस शांता कुमार की तलाश है, जिसने केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री होते हुए भी वर्ष 2002 में गुजरात में हुए भीषण दंगों के बाद वहां के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से अपना राज धर्म न निभा पाने के कारण त्याग पत्र मांगा था।

राजेश धर्माणी ने कहा कि चाहिए तो यह था कि शांता कुमार उसी प्रकार राज्य सरकार व केंद्र सरकार से कोरोना का मुकाबला करने में असफ ल रहने पर अथवा हजारों लोगों की मौत के लिए सीधे रूप से उत्तरदायी भाजपा नेताओं से त्याग पत्र मांग कर मेधावी, अनुभवी व सुयोग्य नेताओं की मांग करते ताकि कोरोना महामारी को समाप्त करने के लिए सफलतापूर्वक लड़ाई लड़ सकते। उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष से राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं बल्कि प्रदेश स्तर पर भी विपक्ष हर रोज कोरोना प्रबंधन में की जाने वाली गलतियों में सुधार लाने के लिए निरंतर सावधान करता आ रहा है किन्तु भाजपा की केंद्र व प्रदेश सरकार ने विपक्ष के उस सहयोग व सलाह को सार्थकता से नहीं लिया और उसे केवल मात्र विरोध पक्ष की आलोचना मानते हुए अवहेलना की, जिसके भयानक परिणाम हजारों मौतों के रूप में सामने आए हैं।

राजेश धर्माणी ने कहा कि यदि भाजपा की प्रदेश व केंद्र की सरकारें विपक्ष द्वारा सुझाई गई सावधानियों पर समय रहते ध्यान देतीं तो आज देश के करोड़ों लोगों का जीवन खतरे में न पड़ता। उनका कहना था कि कोरोना के अत्यंत भयानक खतरे का मुकाबला करने के लिए बहुत पहले से ही विरोध पक्ष को विश्वास में लेना चाहिए था। इसे राष्ट्रीय विपत्ति मानते हुए राष्ट्रीय स्तर पर एक होकर उचित निर्णय लेकर उस पर अमल सुनिश्चित करना चाहिए ताकि लोगों के जीवन को इस भयानक जानलेवा बीमारी से बचाया जा सके।


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Vijay

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