निजामुद्दीन प्रकरण से यदि होती है लोगों की मौत तो ये हत्या से कम नहीं : शांता

Wednesday, Apr 01, 2020 - 07:58 PM (IST)

पालमपुर (भृगु): निजामुद्दीन प्रकरण को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि यदि इसके चलते लोगों की मौत होती है तो यह हत्या से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि इस घटना से पूरा देश शर्मसार हुआ है तथा तबलीगी जमात का यह पूरे देश पर कोरोना कहर है। उन्होंने इस बात पर भी चिंता जताई कि 16 दिन बीत जाने बाद भी आज तक इस घटना पर कोई कड़ी कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 2-2 सरकारें हैं। लगभग 2 हजार लोग जिनमें कई बाहरी देशों के भी हैं इन सरकारों की नाक के नीचे एकत्रित होते रहे। मरकज में लोगों के एकत्रित करने के लिए भाषण होते रहे परंतु पता तब लगा जब कोरोना कहर से लोग मरने लगे।

इन हत्याओं के लिए कौन जिम्मेदार

उन्होंने कहा कि इस घटना से एक दिन में ही देश में कोरोना रोगियों की संख्या 373 बढ़ गई तथा पूरे देश में कोरोना फैल गया। उन्होंने कहा कि इस भयंकर गलती से यदि लोग मरते हैं तो इन हत्याओं के लिए कौन जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि सरकार भाषण रोक सकती थी, हजारों लोगों को जमात में आने से रोका जा सकता था परंतु दोनों सरकारें सोई रहीं। उन्होंने कहा कि बदहवास प्रवासी सड़कों पर रोक दिए गए परंतु देश की राजधानी में तब्लीगी जमात द्वारा इतनी गंभीर गलती क्यों होनी दी गई।

किसी भी स्तर पर ईमानदारी से नहीं हुआ कर्तव्य का पालन

शांता के अनुसार इस प्रकार की गलतियां देश को बर्बाद कर सकती हंै। उन्होंने कहा कि निजामुद्दीन क्षेत्र के लोग भी क्यों चुपचाप यह सबकुछ देखते रहे, उन्हें शोर मचाते हुए सरकार के सोए हुए अधिकारियों को जगाना चाहिए था परंतु लगता है कि किसी ने भी ईमानदारी से कर्तव्य का पालन नहीं किया।
 

Vijay