शांता बोले-कश्मीर की आजादी के बिना अधूरी थी भारत की आजादी
punjabkesari.in Thursday, Aug 08, 2019 - 11:25 PM (IST)
पालमपुर (प्रवीण): कश्मीर की आजादी के बिना भारत की आजादी पर हमेशा प्रश्नचिन्ह लगता था तथा इस विषय पर बड़े-बड़े नेता इकट्ठे होते थे तथा चर्चा होती थी, लेकिन अंत में यही निष्कर्ष निकलता था कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना अब बहुत मुश्किल है। उक्त शब्द भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने जिला भाजपा द्वारा आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में उपस्थित कार्यकत्र्ताओं को संबोधित करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि हर कोई इसके परिणामों को लेकर भयभीत रहता था लेकिन जिस बुद्धिमता के साथ अनुच्छेद 370 को खत्म किया गया, इसका न पाकिस्तान को पता लगा और न विपक्ष को, सभी लोग हैरान हो गए कि इतना बड़ा फैसला और किसी को कोई खबर तक नहीं।
उन्होंने कहा कि राज्यसभा में विपक्ष को संभलने का मौका ही नहीं दिया गया और अब लगता है कि आजादी आज पूरी हुई है। उन्होंने कहा कि हंसी अभी खत्म नहीं हुई थी, जश्न अभी मना नहीं पाए थे कि एक और राजनीतिक क्षति सुषमा स्वराज के रूप में देश को हुई। शांता कुमार ने कहा कि उन्होंने जो अंतिम क्षण से पहले बात कही, वह राष्ट्रभक्ति को दर्शाती है जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया तथा कहा कि वह इस क्षण की कब से प्रतीक्षा कर रही थीं। प्रतीक्षा पूरी हुई और वह चली गईं।
उन्होंने कहा कि सुषमा स्वराज पार्टी का वात्सल्य, ममता और स्नेह थीं। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी विशेषता संवेदनशीलता, विदेश मंत्रालय को इस रूप में कभी भी नहीं देखा गया। विदेश मंत्रालय का सारा काम जिस योग्यता के साथ उन्होंने किया, वह काबिलेतारीफ था तथा पार्टी के प्रति भी वह समॢपत थीं। उन्होंने कहा कि सबसे पहले चंडीगढ़ में मैं उनसे तब मिला था जब 1977 में मैं मुख्यमंत्री बना तथा सुषमा स्वराज पहली बार विधायक तथा कैबिनेट मंत्री बनी थीं। चंडीगढ़ में गीता जयंती के कार्यक्रम में मुझे भी बुलाया गया था तो उस समय पहला परिचय उनके साथ हुआ था। उसके बाद वह हिमाचल की प्रभारी भी रहीं। सबके प्रति उनके मन में हमेशा स्नेह का भाव रहता था।
इस अवसर पर जिला प्रभारी राकेश शर्मा ने कहा कि उनके साथ कई बार कार्य करने का मौका मिला है तथा ऐसा लगता नहीं था कि वह कोई बहुत बड़ी नेत्री हैं, जबकि ऐसा लगता था कि वह एक परिवार की सदस्य हैं। जिला अध्यक्ष विनय शर्मा ने कहा कि जो पार्टी के लिए तथा देश के लिए सुषमा स्वराज ने किया, उसके कारण न केवल भारतीय जनता पार्टी, बल्कि पूरा देश उनकी याद में गमगीन है। इस अवसर पर सभी कार्यकत्र्ताओं द्वारा उनके चित्र पर पुष्प अॢपत करके श्रद्धांजलि दी गई तथा जिला व मंडलों के पदाधिकारियों ने भी अपने विचार रखे।