‘‘संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करें दलाईलामा’’

Friday, Dec 02, 2016 - 01:38 AM (IST)

पालमपुर: नोबल पुरस्कार विजेता व तिब्बतियन धर्मगुरु दलाईलामा संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करें, इसे लेकर सांसद शांता कुमार ने लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के समक्ष पैरवी की। इसी कड़ी में शांता कुमार ने भारत के तिब्बत समर्थक सर्वदलीय संसदीय मंच के सदस्यों सहित लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन से मुलाकात की तथा महामहिम दलाईलामा को संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करने के लिए आमंत्रित करने का अनुरोध किया, वहीं उन्हें इस संबंध में एक ज्ञापन भी मंच की ओर से प्रस्तुत किया। 

सांसद शांता कुमार भारत के तिब्बत समर्थक सर्वदलीय संसदीय मंच के संयोजक भी हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में भारत-चीन संबंधों के विषय में महामहिम दलाईलामा के विचारों से सांसदों को अवगत करवाना अत्यंत आवश्यक है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महामहिम दलाईलामा ने उनके निर्वाचन क्षेत्र के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मैक्लोडगंज-धर्मशाला को पिछले 5 दशकों से निर्वासित तिब्बत सरकार का मुख्यालय बना कर हिमाचल को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्रदान की है। 

भारत-चीन संबंधों के विषय में लोकसभा अध्यक्ष को नवीनतम जानकारी देते हुए शांता कुमार ने बताया कि भारत और तिब्बत के संबंध पिछले 6 दशकों से अति मधुर रहे हैं जबकि चीन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत के बढ़ते हुए गौरव को देख कर अत्यधिक चिंतित है और देश की सरहदों पर यदा-कदा घुसपैठ की घटनाओं को अंजाम देता रहता है। चीन भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था को भी स्वयं के लिए खतरा समझता है। महामहिम दलाईलामा ने इस परिपेक्ष में सदैव शांतिपूर्वक समस्याओं के समाधान का विश्व से अनुरोध किया और भारत को पुन: विश्व गुरु बनने के लिए इस दिशा में पहल करने का सुझाव दिया है।

शांता कुमार ने कहा कि महामहिम के इन विचारों को जनप्रतिनिधियों तक पहुंचाने के लिए वर्तमान सरकार द्वारा उन्हें संयुक्त सत्र को संबोधित करने के लिए आमंत्रित करना श्रेयस्कर पहल होगी। मंच के अध्यक्ष शांता कुमार ने लोकसभा अध्यक्ष को निर्वासित तिब्बत के संसद के विषय में भी जानकारी दी। प्रतिनिधिमंडल में निर्वासित तिब्बत संसद के सदस्य लोपोन और तेनजिन भी शामिल थे।