हैदराबाद की घटना से भयभीत हुए शांता, जानिए सरकार से क्या उठाई मांग

Wednesday, Dec 04, 2019 - 04:11 PM (IST)

पालमपुर (भृगु): भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं हिमाचल प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व सांसद शांता कुमार ने कहा कि कुछ वर्ष पहले दिल्ली में निर्भया कांड, उसके बाद लगातार बलात्कार के समाचार फिर हिमाचल के कोटखाई में गुड़िया कांड और अब हैदराबाद में एक महिला डॉक्टर से शर्मनाक दरिन्दगी। इन सब घटनाओं से एक मनुष्य के तौर पर मेरा मन ही नहीं आत्मा भी कांप रही है। एक भारतीय के तौर पर मेरा सिर शर्म से झुक जाता है और एक पारिवारिक होने के कारण मैं भयभीत हो जाता हूं। 

आजादी के 70 साल बाद हमें इतना अधिक लज्जित होना पड़ा

उन्होंने कहा कि कभी किसी ने सोचा नहीं था कि आजादी के 70 साल बाद हमें इतना अधिक लज्जित होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली के निर्भया कांड के अपराधियों को फांसी की सजा हो गई थी परन्तु सरकारी गौरखधन्धे के कारण 7 साल से फांसी नहीं दी जा रही। पूरे देश में बलात्कार के मामले दोगुने हो गए परन्तु केवल 25 प्रतिशत में ही सजा होती है। हिमाचल जैसे प्रदेश के कोटखाई में गुड़िया कांड में हिमाचल के इतिहास में पहली बार गुस्से से भरी भीड़ ने पुलिस थाने को आग लगाई।

गुड़िया मामले में पुलिस के 7 अधिकारी लम्बे समय तक जेल में रहे

इस मामले में डीआईजी तक के पुलिस के 7 अधिकारी लम्बे समय तक जेल में रहे। सीबीआई जांच करती रही परन्तु गुड़िया के साथ शर्मनाक दरिन्दगी करने वाले अपराधी आज तक नहीं पकड़े गए। उन्होंने कहा कि हैदराबाद की घटना के बाद सारा देश सड़क पर चिल्ला रहा है, आंसू बहा रहा है। इतने दिन हो गए सरकार अभी तक चुप है। मुझे इसकी भी हैरानी हो रही है। उन्होंने कहा कि परिस्थिति बहुत गंभीर हो गई है। लोगों का विश्वास उखड़ रहा है।

सरकार अतिशीघ्र करे ये कार्रवाई

उन्होंंने कहा कि सरकार कानून बदले और बलात्कार सिद्ध होने पर फांसी और केवल फांसी की सजा दी जाए। 3 माह में अपराधियों को सूली पर चढ़ाया जाए तथा सारी कार्रवाई उससे पहले हो। फांसी देने की कार्रवाई की विडियो रिकॉर्डिंग हो और उसे टीवी पर दिखाया जाए। उन्होंने कहा कि योग और नैतिक शिक्षा को सबसे अनिवार्य विषय बनाकर शिक्षा में जोड़ा जाए।

Vijay