शांता ने बेरोजगारी पर जताई आपत्ति, सी.एम. को लिखा पत्र

Friday, Feb 24, 2017 - 12:20 AM (IST)

पालमपुर: लोकसभा सांसद शांता कुमार ने बेरोजगारों से आवेदन के नाम पर कमाई करने पर अपनी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि यदि बेरोजगारों से प्रार्थना पत्र शुल्क लेना ही है तो उतना ही लिया जाए जितना कि विभाग द्वारा इस पर खर्च किया जाना है। इसे भी कमाई का साधन बनाना किसी भी तरीके से सरकार को शोभा नहीं देता। इस संदर्भ में शांता कुमार ने मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखकर अवगत करवाया है। सांसद शांता कुमार प्रदेश शिक्षा बोर्ड द्वारा कांगड़ा सैंट्रल को-आप्रेटिव बैंक में कुछ पदों को भरने के लिए प्रार्थना पत्र आमंत्रित करने पर बोल रहे थे।

शिक्षा बोर्ड ने युवाओं से लिए 3 करोड़ रुपए
शांता ने कहा कि लगभग 92,000 युवकों ने प्रार्थना पत्र दिए और उनसे लगभग 3 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त की। शिक्षा विभाग द्वारा साक्षात्कार संबंधी सारी व्यवस्थाओं पर लगभग 26 लाख रुपए की राशि खर्च की गई। इसका सीधा सा अर्थ यह है कि इस साक्षात्कार की पूरी प्रतिक्रिया में बोर्ड ने लगभग पौने 3 करोड़ का लाभ अर्जित किया। हजारों बेरोजगारों को नौकरी नहीं मिली। उन्होंने कहा कि नौकरी न मिलने की निराशा एक तरफ  और आने-जाने तथा प्रार्थना पत्र के शुल्क का आर्थिक बोझ दूसरी तरफ । 

सभी विभागों में होते है इस प्रकार के साक्षात्कार 
शांता ने कहा कि सरकार के सभी विभागों में इस प्रकार के साक्षात्कार होते रहते हैं। बेरोजगार नौजवान आते हैं, साक्षात्कार में शामिल होते हैं और निराश होकर घर वापस चले जाते हैं। शांता कुमार ने कहा कि बेरोजगार नौजवानों के साक्षात्कार में इस प्रकार कमाई करना एक बहुत बड़ा चिंताजनक विषय है। उन्होंने कहा कि यह सारी जानकारी एक बेरोजगार नौजवान के अभिभावक द्वारा आर.टी.आई. के माध्यम से शिक्षा विभाग से प्राप्त की गई है, जिसकी प्रति भी उन्होंने मुख्यमंत्री को भेजी है।