शांता, धूमल व सुरेश कश्यप ने सराहा बजट, बोले-जयराम सरकार ने सभी वर्गों का रखा ख्याल
punjabkesari.in Saturday, Mar 06, 2021 - 08:25 PM (IST)
शिमला (ब्यूरो): विधानसभा में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा पेश किए बजट को जहां प्रदेश कांग्रेस दिशाहीन व खोखला बता रही है वहीं प्रदेश भाजपा की ओर से इसे सराहा जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार और प्रेम कुमार धूमल व भाजपा अध्यक्ष व सांसद सुरेश कश्यप ने बजट की सराहना की है। पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा है कि जयराम सरकार का यह चौथा बजट अत्यंत कठिन आर्थिक परिस्थितियों में सब दृष्टियों से स्वागत योग्य है। कोरोना संकट के कारण पूरे विश्व और भारत की आर्थिक परिस्थिति सबसे कठिन दौर में है। ऐसी विपरीत आर्थिक परिस्थिति में हिमाचल सरकार का यह बजट सराहनीय है। सरकार ने आवश्यक मदों पर धन का यथोचित प्रावधान किया है। आज की विपरीत आर्थिक परिस्थिति में इससे बढ़िया बजट नहीं बनाया जा सकता।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कोरोना के दौरान जो आर्थिक कठिनाइयां थी उसके बावजूद प्रदेश सरकार ने संतुलित बजट प्रस्तुत किया है इसके लिए बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं। समाज के प्रत्येक वर्ग को लाभ पहुंचाने का प्रयास इस बजट में किया गया है। यदि घोषित नीतियों का सही अनुपालन होता है तो विकास के पथ पर आगे बढ़ता हुआ प्रदेश शिखर की ओर चलेगा और अंतत: देश भर में सबसे ऊपर होगा।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि सरकार द्वारा पेश किए गए बजट में सभी वर्गों का ख्याल रखा गया है। कोरोना के दृष्टिगत जिस तरीके का बजट पेश किया गया है, वह निश्चित तौर पर प्रदेश को विकास की राह पर ले जाएगा। उन्होंने जयराम सरकार द्वारा पेश किए गए बजट की सराहना करते हुए कहा कि बजट में महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। महिला वृद्धावस्था पैंशन की आयु सीमा 70 से 65 वर्ष करने के निर्णय का भी स्वागत किया।
उन्होंने कहा कि गरीब परिवारों से ताल्लुक रखने वाली लड़कियों की शादी के समय सहायता के लिए शगुन योजना शुरू करना भी एक सराहनीय कदम है। अब गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली लड़की को शादी के दौरान 31 हजार रुपए की राशि सरकार द्वारा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि बजट में सरकार ने विभिन्न विभागों में हजारों की संख्या में खाली पड़े पदों को भरने का भी निर्णय लिया है। बजट में विभिन्न विभागों में कार्यरत कर्मचारियों के मानदेय में भी वृद्धि की गई है, जोकि सराहनीय कदम है।