South के मंदिरों की तरह दिखेंगे हिमाचल के शक्तिपीठ, राज्यपाल ने चर्चा कर लिया जाएगा फैसला(Video)

Monday, Nov 18, 2019 - 01:24 PM (IST)

ज्वालामुखी (पंकज शर्मा): विश्व विख्यात शक्तिपीठ ज्वालामुखी मंदिर में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने ज्वाला मां की विधिवत पूजा-अर्चना की और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। यहां पहुंचने पर एसडीएम ज्वालामुखी अंकुश शर्मा डीएसपी ज्वालामुखी तिलक राज एवं मंदिर अधिकारी विशन दास शर्मा ने उनका भव्य स्वागत किया। मंदिर प्रशासन की तरफ से एसडीएम ज्वालामुखी अंकुश शर्मा एवं डीएसपी ज्वालामुखी तिलक राज ने उन्हें ज्वाला मां की चुनरी और ज्वाला मां का प्रतीक फोटो भेंट किया। ज्वालामुखी पुजारी सभा ने उनका मंदिर पहुंचने पर फूलों के गुलदस्ते से उनका स्वागत किया। 

राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हिमाचल को देवभूमि भी कहा जाता है। सैकड़ों देवी-देवताओं के मंदिरों के अलावा यहां पर प्राकृतिक सौंदर्य का खजाना मौजूद है। उन्होंने कहा कि यहां के मंदिरों में दक्षिण के मंदिरों की तर्ज पर विकसित करने यहां पर यात्रियों के लिए बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि हिमाचल में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं उनको विकसित करने के जरूरत है। ज्वालामुखी मंदिर में मैंने पहली बार ज्वाला मां के दर्शन किए ज्वालामुखी एक बहुत बड़ा शक्तिपीठ है। उन्होंने ज्वाला मां से कामना की मुझे शक्ति और स्वास्थ्य प्रदान करें।

उन्होंने कहा कि इन दो कार्य को प्राथमिकता के आधार पर करवाने के लिए प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र को रेल का हवाई मार्ग से जोड़कर धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिल सकता है। जिससे हिमांचल में पर्यटन बढ़ेगा हिमाचल प्रदेश में बहुत से टूरिस्ट आते हैं। आम जनता सिर्फ शिमला और आसपास क्षेत्रों में देख लेते में तेलंगाना सरकार एवं हिमाचल प्रदेश सरकार को दोनों सरकारों को बैठा कर कम्युनिकेशन बनाने का प्रयास करूंगा। उन्होंने कहा कि रेलवे के विस्तार के लिए का कहां रेलवे का बजट जो है केबल कुल्लू-मनाली जैसे जिलों को नहीं बाकी प्रांतों को भी विस्तार करने के लिए भारत सरकार से प्रयत्नशील रहेंगे। अभी जो इन्वेस्टर मीट जो हुआ था उसमें भी हेली कम्युनिटी छोटे-छोटे जो विमान है उन विमानों को जितने भी राज्य में जिला केंद्र में जितने भी हवाई अड्डे होने चाहिए। लोगों को ज्यादा से ज्यादा सुविधा प्रदान करनी चाहिए राज्य सरकार व केंद्र सरकार से बात करेंगे।

Ekta