बिना चिकित्सक सफेद हाथी बना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र

Monday, Sep 03, 2018 - 05:16 PM (IST)

शाहतलाई: पिछड़ा क्षेत्र कोटधार की ग्राम पंचायत पपलोआ के गाहघोड़ी में स्वास्थ्य सेवाएं न मिलने से क्षेत्र के लोगों में संबंधित विभाग व सरकार के खिलाफ  रोष है। गौरतलब है कि गोबिंदसागर झील से चारों ओर से घिरे क्षेत्र के बाश्ंिादों को मामूली से उपचार के लिए मीलों की दूरी तय करनी पड़ती है जिस कारण लोगों के पैसे के साथ-साथ समय की भी बर्बादी हो रही है। उल्लेखनीय है कि करीब 7 साल पहले कांग्रेस के कार्यकाल में गाहघोड़ी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन किया गया था। उस समय वहां पर एक ही चिकित्सक था जबकि अन्य कोई स्टाफ  नहीं था लेकिन कुछ समय पश्चात इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से चिकित्सक भी चला गया। अब हालत यह हो गई है कि इस स्वास्थ्य केंद्र पर कई दिन तक ताला ही लटका रहता है जबकि मरीजों को देखने वाला कोई नहीं है। कोटधार क्षेत्र की जिला परिषद सदस्य वीना चंदेल, पपलोआ पंचायत प्रधान प्रोमिला देवी, कृष्ण सिंह, बलवीर सिंह, भाग सिंह, देवराज, नंद लाल, दिला राम, कुलवंत सिंह, छोटू राम, रमेश, प्रेम सिंह व कुलदीप कुमार सहित कई लोगों का कहना है कि सरकार ने लाखों रुपए खर्च कर एक भवन का निर्माण किया लेकिन आज भी समस्या ज्यों की त्यों ही है। इन लोगों का कहना है कि इस स्वास्थ्य केंद्र पर एक ही चिकित्सक की तैनाती थी लेकिन फिर भी विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा उसकी डैपुटेशन कहीं ओर लगा दी गई है। यहां पर मरीजों को देखने वाला कोई नहीं है।


उपकरण व केंद्र के अंदर रखी दवाइयां भी बर्बाद हो रही हैं
इतना ही नहीं, इस स्वास्थ्य केंद्र के भवन में लगे उपकरण व केंद्र के अंदर रखी दवाइयां भी बर्बाद हो रही हैं। इन लोगों का कहना है कि बरसात के दिनों में स्वास्थ्य केंद्र के भवन के पीछे ढांक से ल्हासा गिरा है जिससे सारा मलबा खिड़की तोड़कर कमरे में भर गया है, वहीं इस बारे में बी.एम.ओ. झंडूता डा. अरविंद टंडन ने बताया कि भवन के पीछे ल्हासा गिरने की सूचना मीडिया से ही मिली। गाहघोड़ी के चिकित्सक की डैपुटेशन झंडूता में थी लेकिन अब उसे वापस अपने स्टेशन पर भेज दिया है।

Kuldeep