प्राध्यापकों के लिए चम्बा कालेज में एस.एफ.आई ने किया धरना प्रदर्शन
punjabkesari.in Saturday, Oct 16, 2021 - 05:21 PM (IST)
चम्बा (नीलम): एस.एफ.आई. ने शनिवार को चम्बा कालेज परिसर में धरना प्रदर्शन किया गया। इस दौरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। यह धरना प्रदर्शन कालेज में चल रहे रिक्त पदों को लेकर दिया गया। धरने का संचालन इकाई अध्यक्ष नेहा ने किया। नेहा ने कहा कि जिला का सबसे बड़ा कालेज चम्बा कालेज है। इसमें लगभग 4000 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, लेकिन हैरानी की बात है कि जिला का सबसे बड़ा कालेज होने के बावजूद यहां पर अधिकतर प्राध्यापकों के पद खाली है। कोरोना महामारी ने पहले ही छात्रों की पढ़ाई को काफी ज्यादा प्रभावित किया है। ऐसे में अब जब लंबे समय बाद जब कालेज खुल रहे है तो प्राध्यापकों की कमी से पढ़ाई सुचारू रूप से नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहा कालेज में लोक प्रशासन विषय का एक भी अध्यापक नहीं है। इसके अलावा अन्य विषयों के प्राध्यापकों के भी कई पद खाली है ओर एक अध्यापक एक ही दिन में पांच-पांच कक्षाएं लगाने को मजबूर है।
इससे उन्हें भी मानसिक तनाव का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि चम्बा जिला का एकमात्र सरकारी पी.जी. कालेज है। इसमें ङ्क्षहदी, अंग्रेजी, राजनीतिक शास्त्र, इतिहास व अर्थशास्त्र विषय की पी.जी. कक्षाएं लगती है। पी.जी. विषयों की कक्षाएं पुराने कालेज में लगती है तथा यू.जी. की कक्षाएं नए कालेज में लगती है। उन्होंने कहा कि कालेज में राजनीतिक शास्त्र का एक ही अध्यापक है। जिन्हें पी.जी. तथा यू.जी. दोनों कक्षाओं के छात्रों को पढ़ाना पड़ रहा है। इससे उन्हें बहुत भागदौड़ करनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि एस.एफ.आई. इस धरने प्रदर्शन के माध्यम से सरकार से मांग करती है कि जल्द से जल्द महाविद्यालय के सभी रिक्त पड़े पदों को भरा जाए। जिला उपाध्यक्ष प्रेम ने कहा कि जिला का सबसे प्रमुख कालेज होने के बावजूद भी अगर यहां अध्यापकों के इतने पद खाली है तो आप अंदाजा लगा सकते है कि जिला के जो अन्य छोटे कालेज है उनकी क्या स्थिति होगी।
आज ऐसा कोई भी कालेज नहीं बचा है जहां पर अध्यापकों के सभी पद भरे हुए हो और जो सरकार की सरकारी शिक्षा विरोधी नीति का साफ दर्शाता है। एस.एफ.आई. जिला उपाध्यक्ष प्रेम लाल ने कहा कि आज यह धरना प्रदर्शन मात्र एक चेतावनी है, लेकिन जल्द से जल्द कालेज के रिक्त चल रहे पदों को नही भरा जाता तो यह छात्र आंदोलन जारी रहेगा और आने वाले समय मे तमाम छात्रों को एकजुट करते हुए हड़ताल व चक्काजाम जैसे उग्र रूप की ओर भी यह आंदोलन जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर जल्द से जल्द कालेज में प्राध्यापकों के रिक्त पदों को नही भरा गया तो एस.एफ.आई. तमाम छात्र समुदाय को इकट्ठा करते हुए व्यापक आंदोलन की और जाएगी। इसकी सारी जिम्मेदारी सरकार की होगी।