DC Office के बाहर गरजी SFI, सरकार पर जड़ा ये गंभीर आरोप

Saturday, Jun 09, 2018 - 08:30 PM (IST)

शिमला: एस.एफ.आई. ने शनिवार को जिलाधीश कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के माध्यम से एस.एफ.आई. ने प्रदेश सरकार पर बिना तैयारी सैमेस्टर प्रणाली से वार्षिक प्रणाली लागू करने का आरोप लगाया है। एस.एफ.आई. कार्यकर्ताओं ने इस दौरान प्रदेश सरकार से एस.एफ.आई. द्वारा रूसा में बदलाव को लेकर पुनर्विचार कमेटी को दिए गए 12 सुझावों को स्वीकार करने की मांग की और कहा कि यदि इन सुझावों को स्वीकार नहीं किया जाता है तो रूसा प्रणाली को बंद किया जाए।


छात्र समुदाय को करना पड़ेगा दिक्कतों का सामना
एस.एफ.आई. के राज्य उपाध्यक्ष चंद्रकांत वर्मा व राज्य सचिव अमित ठाकुर ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार रूसा को लेकर महज राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि सैमेस्टर सिस्टम को वार्षिक प्रणाली में बदलने से विद्यर्थियों को थोड़ी राहत मिलेगी परंतु जिस तरह बिना तैयारियों के यह घोषणा की गई, इससे छात्र समुदाय को आने वाले समय में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।


रूसा प्रणाली में परिवर्तन राजनीतिक साजिश का हिस्सा
अमित ठाकुर ने आरोप लगाया कि रूसा प्रणाली में यह परिवर्तन महज एक राजनीतिक साजिश का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि स्नातक स्तर पर विद्यार्थी वर्ग जिन दिक्कतों से आए दिन जूझ रहे हैं, उसमें सैमेस्टर सिस्टम एक महत्वपूर्ण समस्या है परंतु क्रैडिट सिस्टम, सैंट्रल शैड्यूल, टीचिंग-नॉन टीचिंग के रिक्त पड़े पद, परीक्षा परिणाम में देरी, प्रवेश के लिए सीमित सीटें आदि कई समस्याओं पर प्रदेश सरकार ने कोई जिक्र नहीं किया है। यह जल्दबाजी में बिना किसी विचार-विमर्श के लिया हुआ फैसला प्रतीत होता है। इसके परिणाम आने वाले समय में और ज्यादा घातक होंगे क्योंकि यह कोई स्थायी समाधान नहीं हो सकता है।


चुनावी वायदे को पूरा करने के लिए फैसला
उन्होंने आरोप लगाया कि केवल अपने चुनावी वायदे को पूरा करने के लिए यह फैसला लिया गया है, जिस पर कोई होमवर्क या ग्राऊंड मैप नहीं बनाया गया और यदि बनाया होता तो घोषणा करते समय शिक्षा मंत्री सब के सामने रखते। उन्होंने कहा कि 15 जून से नए सत्र की एडमिशन प्रदेश के कालेजों में शुरू होनी है लेकिन अभी तक कोई भी तैयारियां कालेज प्रशासन ने नहीं की हैं। अभी तक कालेजों में प्रोस्पैक्टस भी नहीं छपे हैं।

Vijay