SFI ने VC को दिया Challenge, संगठन पर लगाए आरोप साबित करो

Monday, May 01, 2017 - 01:21 AM (IST)

शिमला: एस.एफ.आई. की विश्वविद्यालय इकाई ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति पर निशाना साधा है। एस.एफ.आई. के विश्वविद्यालय इकाई सचिव नोवल ठाकुर ने रविवार को पत्रकार वार्ता में आरोप लगाया कि कुलपति अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए एस.एफ.आई. पर तथ्यहीन आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीते 24 अप्रैल को शिमला में एक कार्यक्रम के दौरान कुलपति ने एस.एफ.आई. पर विश्वविद्यालय के विकास कार्यों में अड़ंगा डालने का आरोप लगाया था लेकिन एस.एफ.आई. यह पूछना चाहती है कि विश्वविद्यालय में कार्यों को अंजाम दिया कब। 

कुलपति संगठन पर लगाए गए आरोपों को साबित करें
उन्होंने कहा कि एस.एफ.आई. ने हमेशा ही छात्र हित से जुड़े मुद्दों को लेकर आवाज उठाई है और आंदोलन भी किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने कई छात्र विरोधी फैसले लिए गए हैं और ऐसे फैसलों के खिलाफ आवाज उठाना विकास कार्यों में बाधा डालना नहीं होता। उन्होंने कहा कि एस.एफ.आई. चुनौती देती है कि संगठन पर लगाए गए आरोपों को साबित करें। 

कुचल गए छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकार
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने वर्ष 2014 में फीस वृद्धि की गई, जर्मन तकनीक की मार्कशीट देने की बात किए जाने के बाद उक्त तकनीक की मार्कशीट विद्यार्थियों से पैसे लेने के बाद भी अब तक नहीं दी गई, एस.सी.ए. प्रत्यक्ष रूप से करवाने पर रोक लगाकर छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचला गया, फिजूलखर्ची की गई, रूसा लागू करने से विद्यार्थियों की दिक्कतें बढ़ीं और यह सब वर्तमान कुलपति के कार्यकाल में हुआ। 

नैतिकता के आधार पर दें इस्तीफा 
उन्होंने कहा कि वर्तमान कुलपति के कार्यकाल में कई छात्र विरोधी फैसले लिए गए और इसके विरोध में एस.एफ.आई. का आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि एस.एफ.आई. का मानना है कि कुलपति को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि एस.एफ.आई. का आंदोलन आगामी दिनों में जारी रहेगा।