10 सितंबर को कांग्रेस ने किया भारत बंद का आह्वान, सभी जिलों में करेगी धरने प्रदर्शन (Video)

Sunday, Sep 09, 2018 - 03:35 PM (IST)

मंडी (नीरज): देश में कुछ दिनों से डीजल और पैट्रल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी के विरोध में कांग्रेस ने सोमवार 10 सितंबर को भारत बंद का आह्वान किया है। इसके चलते हिमाचल प्रदेश में भी सभी जिलों में कांग्रेस पार्टी केंद्र सरकार के विरोध में जिला मुख्यालयों पर धरने प्रदर्शन करेगी। यह जानकारी मंडी में कांग्रेस के प्रदेश सह प्रभारी गुरकीरत सिंह ने दी। उन्होने आरोप लगाया कि मंहगाई लगातार बढ़ रही है और केन्द्र की मोदी सरकार इस बारे में कोई कदम उठाती नजर नहीं आ रही है। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सचिव व प्रदेश कांग्रेस सह प्रभारी गुरकीरत सिंह ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि आज के दौर में जो परेशानियां जनता को उठानी पड़ रही है उस घड़ी में कांग्रेस उनके साथ खड़ी है। 


उन्होंने कहा कि भारत बंद के दौरान कांग्रेस ने आम लोगों के साथ-साथ सभी व्यापारिक संगठनों, संस्थानों से आहवान किया है कि वे मंहगाई के खिलाफ इस बंद में अपना सहयोग करें। उन्होंने कहा कि देश में रोज ही पैट्रल, डीजल, ट्रांसपोर्ट और रसोई गैस की कीमतें बढ़ती जा रही है जिससे आम लोगों को लगातार प्ररेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसी के चलते कांग्रेस पार्टी ने सोमवार 10 सितंबर को भारत बंद का निर्णय लिया है। प्रैस वार्ता के दौरान उनके साथ जिला कांग्रेस कमेटी मंडी के अध्यक्ष दीपक शर्मा, संगठनात्मक जिला सुंदरनगर के अध्यक्ष पवन ठाकुर, कांग्रेस विधानसभा प्रत्याशी चंपा ठाकुर, सोहन लाल, लाल चंद, चेतराम ठाकुर आदि कांग्रेस कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। 

कांग्रेस ने बढ़ती महंगाई पर मोदी की चुपी पर निशाना साधा 
शिमला में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल ने केंद्र सरकार पर महंगाई को लेकर निशाना साधते हुए कहा है कि आज लोगों का महंगाई के कारण जीना मुश्किल होता जा रहा है। मोदी 2014 के चुनाव से पहले पेट्रोल डीजल व एलपीजी की बढ़ती कीमतों को लेकर हल्ला मचाते थे और डॉ मनमोहन सिंह को मोनी बाबा कहते थे। आज बढ़ती महंगाई व पेट्रो पदार्थो की बढ़ती कीमतों पर पीएम मोदी मौन क्यों है? कांग्रेस सरकार के दौरान कच्चे तेल की कीमत 100 से ऊपर थी तब भी पेट्रोल डीजल की कीमतें नियंत्रण में थी लेकिन अब कच्चे तेल की कीमतें कम होने के बाबजूद इनकी कीमतों में आग लगी है। कांग्रेस मांग करती है कि इनको जीएसटी के दायरे में लाया जाए।

Ekta