समरसता दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन

Monday, Dec 07, 2020 - 06:15 PM (IST)

देहरा (राजीव शर्मा) : सोमवार को स्वर्गीय भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि व समाजिक समरसता दिवस के उपलक्ष्य पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् केंद्रीय विश्वविद्यालय इकाई देहरा द्वारा संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि डॉ ज्योति पराशर मुख्य वक्ता डॉ गिरिश गौरव  विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस मौके पर मुख्य वक्ता डॉ गिरीश गौरव ने भीमराव अंबेडकर के व्यक्तिगत और व्यवहारिक जीवन के बारे में बताया । 

उन्होंने बताया कि डॉ बाबासाहेब अंबेडकर नाम से ही लोकप्रिय भारतीय विधिवेता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक थे। उन्होंने दलित बोध आंदोलन को प्रेरित किया और अछूतों से सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध आंदोलन चलाया था। श्रमिक किसानों तथा महिलाओं के अधिकारों का भी समर्थन किया था। डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जिस प्रकार से अपने जीवन में सामाजिक कुरीतियां का विरोध किया विद्यार्थी परिषद ने उनके विचारों को लेकर 6 दिसंबर को पूरे भारतवर्ष में समरसता दिवस के रूप में मनाती है।

वही डॉ ज्योती पराशर ने बताया कि भीमराव अंबेडकर को भारतीय संविधान का निर्माता भी माना जाता है। देश के निर्माण के लिए किए गए कार्य के कारण उन्हें भारत रत्न की उपाधि भी सम्मानित की गई है। डॉ ज्योती पराशर ने बताया कि छात्रों को बाबासाहेब के संघर्ष से सीख लेनी होगी तभी बड़ी सी बड़ी समस्याओं को आसानी से हल कर सकेंगे। इस कार्यक्रम में प्रांत कार्यकारिणी सदस्य शबनम, विनोद मदन राहुल रक्षा मलकिता ब अन्य कार्यकर्ता विशेष रूप से उपस्थित रहे।

prashant sharma