70 साल से देश को लूटने वाले मांग रहे हिसाब : सत्ती

Tuesday, Feb 06, 2018 - 11:20 AM (IST)

शिमला : भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कांग्रेस के हिसाब दें सांसद अभियान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह विडंबना ही कही जाएगी कि जिस पार्टी के नेताओं ने पिछले 70 वर्षों में देश को दोनों हाथों से लूटकर अपने घरों को भरा है, वे आज भाजपा से हिसाब मांग रहे हैं। उन्होंने कहा है कि भाजपा के सांसद हिसाब अवश्य देंगे लेकिन उस जनता को देंगे जिसने उन्हें वोट देकर सांसद बनाया है, न कि भ्रष्ट कांग्रेसी नेताओं को। उन्होंने कांग्रेस नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस भाजपा से हिसाब मांगने से पूर्व अपने उन नेताओं से हिसाब मांगे, जिसकी वजह से हिमाचल को एक बार नहीं बल्कि अनेक बार आघात सहने पड़े हैं। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस नेता पहले यह हिसाब दें कि पूर्व की यू.पी.ए. सरकार में हिमाचल प्रदेश से 2 नेता केंद्रीय कैबिनेट में थे, उसके बावजूद हिमाचल प्रदेश का औद्योगिक पैकेज क्यों छीना गया? क्या यह कांग्रेस की गलती नहीं थी?

कांग्रेस ने ईमानदारी बरती होती तो हिमाचल को कर्जे नहीं लेने पड़ते
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता यह हिसाब दें कि 5 वर्षों तक सत्ता में रहने के बावजूद 4,200 करोड़ रुपए जो बी.बी.एम.बी. से हिमाचल को मिलने थे, उनको लेने के लिए कांग्रेस ने क्या किया? उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस ने प्रदेश हित को लेकर ईमानदारी बरती होती तो आज हिमाचल प्रदेश को यूं कर्जे नहीं लेने पड़ते। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि यह भाजपा के सांसद ही हैं, जिनकी अथक मेहनत के चलते प्रदेश को 65,000 करोड़ रुपए के राष्ट्रीय उच्च मार्ग स्वीकृत हुए हैं। इसके साथ सांसदों की मेहनत की बदौलत प्रदेश को एम्स और 3 मैडीकल कॉलेज, हाईड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज, केंद्रीय विश्वविद्यालय, कलस्टर यूनिवर्सिटी, द्रंग में नमक की खान का पुन: खुलना व आई.आई.एम. जैसे महत्वपूर्ण संस्थान स्वीकृत हुए हैं।

सदमे में कांग्रेस, नहीं दिख रहा विकास
सतपाल सिंह सत्ती ने कहा है कि भाजपा सांसदों के प्रयासों से हिमाचल को विशेष राज्य का दर्जा बहाल हुआ। भानुपल्ली से लेह-लद्दाख व अन्य रेल लाइनों के लिए 500 करोड़ रुपए से ज्यादा स्वीकृत हुए हैं। इसी के साथ स्वास्थ्य क्षेत्र में 1,800 करोड़ रुपए से अधिक धन हिमाचल प्रदेश को स्वीकृत हुआ है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में मिली हार के चलते कांग्रेस नेता सदमे में हैं और वे भाजपा सांसदों की मेहनत और प्रयास को नहीं देख पा रहे हैं।