दि त्रिलोकपुर सहकारी सभा के सचिव व सहायक सचिव ने डकारे 4 करोड़!

Sunday, May 21, 2017 - 12:58 AM (IST)

नाहन: एक तरफ सरकारें सरकारी विभागों में पारदर्शिता लाने को कमर कस रही हैं और इस दिशा में नए-नए प्रयोग भी किए जा रहे हैं लेकिन इसके बावजूद प्रदेश में कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जिसमें सरकारी कर्मियों पर गबन के आरोप लगे हैं। ऐसा ही मामला पुलिस थाना कालाअंब में शनिवार को दर्ज हुआ, जिसमें दि ग्राम सेवा समिति त्रिलोकपुर में तैनात 2 कर्मियों पर करीब 4 करोड़ रुपए के गबन के आरोप लगे हैं। जानकारी के अनुसार ऑडिट में अढ़ाई करोड़ रुपए के लगभग हेराफेरी के मामले सामने आ चुके हैं, जिसके बाद विभाग द्वारा शिकायत दर्ज करवाई गई है। हैरानी की बात है कि छोटे स्तर के कर्मियों द्वारा इतना बड़ा गबन किया गया है, जिसकी शुरूआत में किसी को भनक तक नहीं लगी। 

ऑडिट रिपोर्ट में अढ़ाई करोड़ रुपए से अधिक की हेराफेरी 
एस.एच.ओ. कालाअंब योगेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस थाना कालाअंब में विभाग के प्रशासक राम चंद की ओर से दि त्रिलोकपुर ग्राम सेवा सहकारी सभा समिति में तैनात 2 कर्मियों सचिव रमेश चंद व सहायक सचिव विशाल पर 4 करोड़ रुपए के गबन का आरोप लगाया गया है। अभी तक विभाग की ऑडिट रिपोर्ट में अढ़ाई करोड़ रुपए से अधिक की हेराफेरी सामने आ चुकी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है, जिसमें जांच की जा रही है। गौरतलब है कि मामला संज्ञान में आने के बाद समिति द्वारा अपने स्तर पर जांच की जा रही थी, जिसके बाद सचिव को निलंबित कर दिया गया था।

ऐसे होती थी हेराफेरी
सहकारी सभा समिति में उपभोक्ताओं द्वारा जो पैसा अपने खातों में जमा किया जाता था, सचिव उस पैसे को खाते में जमा न कर अपने पास जमा कर लेता था। इसके बाद उस पैसे को सचिव द्वारा अन्य लोगों को अधिक ब्याज पर दिया जाता था। ऐसा काफी समय तक चलता रहा लेकिन जब विभाग को इसकी भनक लगी तो विभाग ने जांच बिठा दी। इसके बाद अढ़ाई करोड़ रुपए से अधिक की हेराफेरी सामने आ चुकी है लेकिन यह आंकड़ा 4 करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है।