कांग्रेस कमेटी के सचिव ने वीरभद्र सिंह पर साधा निशाना, दिया ये बड़ा बयान

Wednesday, May 29, 2019 - 07:33 PM (IST)

दौलतपुर चौक: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव अजय जगोता ने दौलतपुर चौक में मीडिया से रू-ब-रू होते हुए प्रदेश कांग्रेस के नेतृत्व पर ही सवाल उठा दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता की जिद के चलते पूर्व अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू को लोकसभा चुनाव से एकदम पहले हटाने का निर्णय पार्टी के लिए घातक साबित हुआ। उन्होंने कहा कि अगर सुक्खू अध्यक्ष होते तो शायद चुनाव परिणाम कुछ और होते। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले अध्यक्ष बदले जाने से कार्यकर्ताओं में भी निराशा देखने को मिली, जिसके कारण ही कांग्रेस को इतनी बड़ी हार देखनी पड़ी है।

पार्टी की हार का प्रमुख कारण रही अंतर्कलह

उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान और चुनाव के बाद भी सुखविंदर सिंह सुक्खू पर लगातार हमले बोले जात रहे, जिससे पार्टी कमजोर हुई है और अंतर्कलह ही पार्टी की हार का प्रमुख कारण रही है। उन्होंने कहा कि सुक्खू ने काफी लम्बे अरसे से लोकसभा चुनावों की रणनीति के लिए काम किया और 3 महीने पहले उन्हें हटाकर कांग्रेस का गला घोंटने का काम किया गया है। बार-बार संगठन की आलोचना करने का खमियाजा पहले विधानसभा चुनावों में उठाना पड़ा और अब लोकसभा चुनावों में भी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है।

विरोध करना पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का स्वभाव

उन्होंने कहा कि विरोध करना पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का स्वभाव है। बीते 35-40 साल से वह विरोध की ही राजनीति करते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आधा दर्जन बार प्रदेश का सी.एम. रहने के बावजूद एक बार भी प्रदेश में कांग्रेस सरकार को रिपीट नहीं कर पाए और इस बार भी लोकसभा चुनावों में उनका विरोध हिमाचल की जनता को भ्रमित कर गया।

Vijay