राशन कोटे में गुपचुप कटौती, हजारों अंत्योदय परिवार परेशान

Sunday, Jul 23, 2017 - 12:47 AM (IST)

चम्बा: एक तरफ चुनावी वर्ष में सरकार प्रदेश के मतदाताओं को रिझाने के लिए नई-नई योजनाओं को क्रियान्वित करने के साथ-साथ कई नई घोषणाओं का पिटारा खोलती है, वहीं जिला चम्बा के हजारों अंत्योदय परिवार इस बात को लेकर परेशान हैं कि आखिर उनके राशन के कोटे में गुपचुप तरीके से कटौती क्यों हो गई। सरकारी राशन के माध्यम से अपने परिवारों का भरण-पोषण करने वाले इन अंत्योदय राशनकार्ड धारकों के आगे विकट स्थिति पैदा हो गई है। गरीबी के सबसे निचले पायदान वाले इस अंत्योदय वर्ग को इस स्थिति से पार पाने के लिए भारी मानसिक परेशानी के साथ-साथ आर्थिक तंगी का सामना करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इसका मुख्य कारण यह है कि इस माह जिला चम्बा में 30,000 परिवारों को जुलाई माह में अपने कोटे का पूरा राशन नहीं मिला है। 

विभाग इस पूरे मामले से अंजान
हैरानी की बात है कि इस पूरी स्थिति पर नजर रखने वाला विभाग इस पूरे मामले में खुद को अंजान बता रहा है तो कभी गेहूं की पिसाई के चलते इस प्रकार का कट लगने की बात कह कर अगले माह इस कट की भरपाई होने की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ रहा है। विभाग के अधिकारी से जब चावल के कोटे में लगे कट के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में तो उन्हें कोई भी जानकारी नहीं है। हैरानी की बात है कि गरीबों को इस माह सरकार द्वारा निर्धारित राशन की मात्रा से कम राशन अंत्योदय राशनकार्ड धारकों को मिल रहा है लेकिन इसका सही कारण क्या है और यह स्थिति किन कारणों से पेश आई है, इस स्थिति से उपरोक्त विभाग अनभिज्ञ है। यही वजह है कि जिला चम्बा के डी.ए.एफ.सी. विभाग की कार्यशैली सवालों के दायरे में घिरती हुई नजर आ रही है। 

जिला में 30,441 अंत्योदय परिवार
पुख्ता जानकारी के अनुसार जिला चम्बा में वर्तमान में 30,441 ऐसे परिवार हैं जोकि अंत्योदय राशनकार्ड धारक हैं। सरकार द्वारा ऐसे परिवारों को हर माह 15 किलो चावल व 18 किलो 800 ग्राम आटा दिया जा रहा है। इस माह अंत्योदय राशनकार्ड धारक को मिलने वाले राशन के कोटे में 15 किलो की बजाय 10 किलो चावल तो 18 किलो 800 ग्राम आटे की जगह महज 13 किलो आटा दिया गया है। राशन की मात्रा में हुई इस कटौती के कारण जिला का अंत्योदय परिवार भारी मानसिक परेशानी को झेलने के लिए मजबूर हैं।