स्क्रब टाइफस ने जकड़े बिलासपुर के लोग, इस माह में 89 मामले हुए दर्ज

Tuesday, Sep 18, 2018 - 11:13 AM (IST)

बिलासपुर : जिला में इन दिनों डेंगू फैलाने वाला मच्छर व स्क्रब टाइफस रोग फैलाने वाला छोटा सा पिस्सू दोनों लोगों की सेहत पर भारी पड़ रहे हैं। डेंगू संभावित रोगियों की मांसपेशियों को जकड़ रहा है तो स्क्रब टाइफस शरीर के अंगों को संक्रमित कर रहा है और बरसात का मौसम खत्म होते-होते ये और भी भयावह होते नजर आ रहे हैं। एक तरफ जहां जिला में डेंगू के रोजाना 20 से 30 मरीज सामने आ रहे हैं, वहीं सितम्बर माह में स्क्रब टाइफस के 89 मामले दर्ज किए गए हैं। स्क्रब टाइफस व डेंगू से जिला में मारकंड ब्लाक सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। मारकंड ब्लाक से इस माह स्क्रब टाइफस के 51 मामले दर्ज किए गए हैं जबकि इस सीजन में डेंगू ने मारकं ड ब्लाक के 417 लोगों को अपनी चपेट में लिया है।

इसके अलावा इस माह में झंडूता ब्लाक से 19, घुमारवीं ब्लाक से 6 व सदर ब्लाक से 13 मामले स्क्रब टाइफस के दर्ज किए गए हैं। स्क्रब टाइफस ने हर आयु के लोगों को अपनी चपेट में लिया है, जिसमें 1 वर्ष के मासूम बच्चों सहित 83 वर्ष की आयु के बुजुर्ग शामिल हैं, वहीं स्क्रब टाइफस की बीमारी की चपेट में महिलाएं व बच्चे सबसे ज्यादा आ रहे हैं। स्क्रब टाइफस के इन 89 मामलों में 48 महिलाएं व 19 बच्चे शामिल हैं।

इस सीजन में अभी तक स्क्रब टाइफस के कुल 178 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। लोगों के घरों में जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम लोगों को डेंगू व स्क्रब टाइफस से बचने की जानकारी दे रही है तथा इन बीमारियों से बचाव के लिए कीटनाशक स्प्रे भी की जा रही है लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ये तमाम कोशिशें इन बीमारियों पर लगाम लगाने में कामयाब नहीं हो पा रही हैं। क्षेत्रीय अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक राजेश आहलुवालिया ने बताया कि डेंगू व स्क्रब टाइफस के मुफ्त टैस्ट किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि डेंगू व स्क्रब टाइफस के मरीजों को विशेष रूप से मॉनीटर किया जा रहा है।

kirti