घटिया आटा सप्लाई करने वाली 3 मिलों पर शिकंजा, 3 माह के लिए Blacklist

Thursday, Dec 14, 2017 - 01:27 AM (IST)

शिमला: गेहूं की पिसाई में गुणवत्ता पर ध्यान न देने वाली 3 आटा मिलों पर प्रदेश सरकार ने शिकंजा कसा है। इसके तहत सरकार ने यहां कड़ी कार्रवाई करते हुए इन मिलों को अगले 3 माह के लिए ब्लैकलिस्ट कर दिया है। इन मिलों के सैंपल बार-बार फेल होने पर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने यह कार्रवाई की है। विभाग की इस कार्रवाई से मिल मालिकों में हड़कंप मच गया है। विभाग ने इन मिलों के साथ अन्य मिल मालिकों को भी चेतावनी दी है कि यदि उनके काम में भी अनियमितता पाई गई तो उन पर भी कार्रवाई की जा सकती है। ऐसे में यहां कार्रवाई के तहत 4 मिलों को चेतावनी जारी करते हुए उनको दिए जाने वाले गेहूं के कोटे में 50 फीसदी की कटौती कर दी है।

5-5 सैंपल हुए हैं फेल 
मिली जानकारी के मुताबिक जिन मिलों के खिलाफ  खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने कार्रवाई की है, उनकी मिलों से लिए गए 5-5 सैंपल फेल हुए हैं और इसके बाद इन पर यह कार्रवाई की गई है। यही नहीं, जिन मिलों पर कार्रवाई की गई है, वे अगले 3 माह तक कोई कार्य विभाग का नहीं कर पाएंगी। इनमें एक मिल मंडी, एक कुल्लू और एक  मिल बैजनाथ की शामिल है। इन तीनों आटा मिलों को ब्लैकलिस्ट किए जाने की पुष्टि अतिरिक्त मुख्य सचिव खाद्य एवं आपूर्ति विभाग तरुण कपूर ने की है। इधर, सरकार की सख्ती के बाद मिल मालिक विभाग की इस कार्रवाई पर कुछ राहत दिए जाने की मांग को लेकर ए.सी.एस. से सचिवालय में भी मिले, जिस पर सरकार ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में अगर कोई भी मिल मालिक घटिया आटे की सप्लाई करता है तो ऐसे लोगों को हमेशा के लिए ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा। 

मिल मालिकों की प्रतिभूति राशि भी जब्त
बताते चलें कि घटिया आटे की सप्लाई करने पर सरकार ने तीनों मिल मालिकों की 20-20 हजार की प्रतिभूति राशि भी जब्त कर ली है। यह राशि विभाग गेहंू के आबंटन से पूर्व मिल मालिकों से वसूलता है। इसके अतिरिक्त इन मिलों को दिया जाने वाला गेहंू का शेयर अब अन्य मिलों को जारी किया जाएगा, ताकि डिपुओं को मिलने वाली आटे की सप्लाई प्रभावित न हो। विभाग हर माह इन तीनों मिलों को अलग-अलग अनुपात से गेहंू का आबंटन करता है। इसमें बैजनाथ मिल को 350 मीट्रिक टन गेहूं जारी किया जाता था। इसी तरह मंडी की महालक्ष्मी मिल को 252 मीट्रिक टन और कुल्लू की महान मिल को 120 मीट्रिक गेहंू पिसाई के लिए दिया जाता है।