Watch Video: वाह! एक कलाकार ऐसा भी, बेकार वस्तुओं में डाल देता है जान

Monday, Jul 03, 2017 - 10:20 AM (IST)

नाहन (सतीश शर्मा): भारत में कई मशहूर चित्रकार पैदा हुए हैं, जिन्होंने अपनी कला का प्रदर्शन करके पूरी दुनिया में अपना लोहा मनवाया और साथ ही भारत का भी नाम रौशन किया। आज हम आपको एक ऐसे युवा चित्रकार से मिलवाते है जिनकी कलाकारी देख हर कोई हैरान हो जाता है। हम बात कर रहे हैं हिमाचल प्रदेश में नाहन (सिरमौर) जिला के 29 वर्षीय वासिक शेख की। बचपन से चित्रकारी का शौक रखने वाले वासिक शेख की चित्रकारी की खास बात यह है कि वह बेकार (कबाड़) पड़े सामान को तराश कर उसमें नई जान डाल देता है। वह कांच की बोतलों, खाली डिब्बों, बल्ब, पुराने टायर, रद्दी अखबार का इस्तेमाल कर उसको इस कद्र तराशता है कि यह चीजें बेहद खास बन जाती है।




पेंटिंग में नहीं करते ब्रश का इस्तेमाल
उसका मानना है कि एक कलाकार के लिए कोई भी चीज़ बेकार नहीं होती। कलाकार चाहे तो उसे किसी भी रंग में रंग सकता है। वासिक का कहना है कि उन्हें बचपन से ही चित्रकारी का शौक था। उन्हें इस कार्य में स्कूल के अध्यापकों और अपने परिवार का भी खूब सहयोग मिला। वह अभी तक अपनी कई पेंटिंग का प्रदर्शन चित्रकला प्रदर्शनियों में कर चुके हैं, जहां उनकी पेंटिंग को सराहना मिली है। उसकी एक और खास बात यह भी है कि वह अपनी पेंटिंग में ब्रश का इस्तेमाल नहीं करते हैं। वह हाथ की उंगलियों, आइसक्रीम स्त्रीक्स, स्पून और चाकू का इस्तेमाल करते हैं। 



दिव्यांग बच्चों को भी सीखा रहे पेंटिंग के गुर
उन्होंने बताया कि नाहन में चित्रकला के लिए इस्तेमाल होने वाला सामान नहीं मिल पाता। इसलिए उन्होंने सोचा कि क्यों न वेस्ट मेटेरियल का इस्तेमाल कर अपनी कला जगजाहिर की जाए। वह पिछले करीब 6 माह से जिला मुख्यालय में स्थित आस्था स्पैशल स्कूल में दिव्यांग बच्चों के जीवन में रोशनी व खुशहाली के लिए अपनी नि:शुल्क सेवाएं दे रहे हैं। इस दौरान वह यहां पढ़ाई कर रहे बच्चों को कला की बारीकियों से अवगत करवा रहे हैं, ताकि ये बच्चे भविष्य में अपना काम कर सकें और किसी अन्य पर निर्भर न रहें। सच में युवा चित्रकार वासिक शेख की कलाकारी काबिले तारीफ है और उनकी खूबी इनको दूसरे कलाकारों से अलग करती है। ऐसे में दूसरे युवाओं को भी वासिक से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है।​