600 स्कूल गैर-शिक्षक कर्मियों के बगैर चल रहे

Thursday, Dec 08, 2016 - 03:18 PM (IST)

चंबा: प्रदेश में करीब 600 ऐसे वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल हैं जिनमें गैर-शिक्षक कर्मियों के पद सृजित नहीं किए गए हैं। ऐसे स्कूलों में कार्यालय से संबंधित कार्यों को चलाने के लिए अध्यापक गैर-शिक्षक कर्मियों के कार्यों को अंजाम दे रहे हैं। इससे इन स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। इस बात को ध्यान में रखते हुए हिमाचल प्रदेश गैर-शिक्षक कर्मचारी महासंघ सरकार से यह मांग करता है कि इन स्कूलों के लिए गैर-शिक्षक कर्मियों के पद सृजित किए जाएं। यह बात हिमाचल प्रदेश गैर-शिक्षक कर्मचारी महासंघ इकाई चम्बा के पै्रस सचिव धीरज महाजन ने कही।


उन्होंने बताया कि कई मुद्दे इस वर्ग से संबंधित लंबित चल रहे हैं जिन पर चर्चा करने के लिए 14 दिसम्बर को संघ के जिलाध्यक्ष अजय जरियाल की अध्यक्षता में एक बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में विभाग की सभी इकाइयों जिसमें शिक्षा विभाग में कार्यरत अनुबंध कर्मचारी, प्रयोगशाला परिचर, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, दैनिक भोगी कर्मचारी तथा अंशकालीन कर्मचारी भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि इस बैठक में आयोजित होने वाली राज्य स्तरीय बैठक के लिए मांग पत्र व भावी रणनीति तैयार की जाएगी। 14 दिसम्बर को आयोजित होने वाली इस बैठक में तैयार मांग पत्र को स्वीकृति के लिए सरकार को ज्ञापन के रूप में भेजा जाएगा।


उन्होंने बताया कि इसमें वर्तमान में महाविद्यालय में ग्रेड-2 के पदों को स्तरोन्नत कर ग्रेड-1 करने, अनुबंध आधार पर कार्यरत कर्मचारियों की नियुक्ति की तिथि से नया वेतनमान देने के साथ 3200 रुपए ग्रेड-पे के साथ वरिष्ठता का लाभ देने, प्रयोगशाला परिचर को न्यायालय के आदेशों के बावजूद ग्रेड-पे नहीं देना, प्रयोगशाला परिचर को वन टाइम रिलैक्सेशन देकर लिपिकों के रिक्त पदों पर नियुक्ति देने, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति आयु 7 वर्ष करने, अंशकालीन जलवाहकों के लिए कोई स्पष्ट नीति बनाने और उन्हें 14 साल में नियमित करने के साथ 7 साल में दैनिक भोगी बनाने की मांग को शामिल किया जाएगा।