स्कूल प्रशासन ने नहीं दिया दाखिला, छात्र हुआ बेहोश

Wednesday, Apr 18, 2018 - 12:30 AM (IST)

भोरंज: एक ओर सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है, वहीं राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल बाहन्वीं में अपने ही स्कूल के छात्र को जमा-1 कक्षा में नॉन-मैडीकल में प्रवेश देने से मना कर दिया गया। इससे घबराया छात्र स्कूल में ही बेहोश हो गया। इस घटना पर छात्र के अभिभावकों ने स्कूल की दाखिला कमेटी के सदस्यों व स्कूल प्रशासन पर बच्चों को प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है और शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों से जांच करने की मांग की है। 


दाखिला पूरा हो चुका है किसी और स्कूल में दाखिल करवा लो
जानकारी के अनुसार भोरंज उपमंडल के तहत आने वाले राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में मंगलवार सुबह करीब 11 बजे 10वीं की बोर्ड परीक्षा दे चुका आशीष कुमार पुत्र राजकुमार अपने पिता के साथ जमा-1 कक्षा में नॉन-मैडीकल में प्रवेश लेने के लिए गया। जब वह दाखिला कमेटी के सदस्य कुलदीप ठाकुर के पास गया तो उन्होंने दाखिला देने के लिए साफ  मना कर दिया। यहां तक कहा कि दाखिला पूरा हो चुका है किसी और स्कूल में दाखिल करवा लो। छात्र के पिता राजकुमार ने बताया कि उनके बच्चों को बुरी तरह से प्रताडि़त किया गया। यहां तक कह दिया कि मैं दाखिला नहीं दे सकता, यह मुझे पढ़ाई में कमजोर लग रहा है। 


प्रधानाचार्य ने भी कर दिया साफ इंकार 
दाखिला न देने पर यह बात प्रधानाचार्य को बताई लेकिन उन्होंने भी दाखिला देने से साफ  मना कर दिया। उन्होंने बताया कि हिमाचली प्रमाण पत्र बनाने में देरी होने की वजह से दाखिला लेने में देरी हुई है। इस सारे घटनाक्रम से बच्चा स्कूल में ही अचेत होकर गिर गया। यह घटनाक्रम 11 से अढ़ाई बजे तक चलता रहा लेकिन स्कूल प्रशासन के तानाशाही रवैये के कारण आशीष को स्कूल में जमा-1 कक्षा में नॉन-मैडीकल विषय में दाखिला नहीं दिया गया। आशीष इस घटना से क्षुब्ध है और दाखिला न मिलने पर सहमा हुआ है। आशीष के पिता ने शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों से मामले की जांच करने और दोषियों के खिलाफ  सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। उधर, दाखिला कमेटी के सदस्य एवं फिजिक्स के प्रवक्ता कुलदीप ठाकुर ने भी उनके ऊपर लगाए आरोपों को झूठा बताया है।  


क्या कहते हैं प्रधानाचार्य
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल बाहन्वीं के प्रधानाचार्य सुनील शर्मा ने कहा कि जमा-1 कक्षा में दाखिला लेने के लिए आशीष जरूर मेरे पास आया लेकिन उसके फार्म पर कमेटी के हस्ताक्षर नहीं थे। कमेटी से हस्ताक्षर करवाने के लिए भेजा गया था। बेहोश होने की मुझे कोई सूचना नहीं है। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रशासन पर प्रताडि़त करने के आरोप निराधार हैं।

Vijay