इस स्कूल में बरामदे में बैठ कर शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चे

Sunday, Jun 16, 2019 - 02:50 PM (IST)

सुंडला : डल्हौजी विधानसभा क्षेत्र के दायरे में आने वाले शिक्षा खंड सुंडला के राजकीय प्राथमिक पाठशाला तियारी में शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चों को स्कूल के बरामदे में बैठ कर शिक्षा ग्रहण करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इसकी वजह यह है कि इस चार कमरों वाले स्कूल में दो कमरे बीते फरवरी माह में बारिश की वजह से दीवार टूटने व मलबा कमरों के भीतर आने के चलते पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं तो वहीं स्कूल का एक कमरा पहले से ही छत उडऩे की वजह से असुरक्षित बना हुआ है। ऐसे में जो एक कमरा शेष बचा है उसमें स्कूल का कार्यालय व अध्यापकों के बैठने का स्थान है।

ऐसे में इस स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहें 11 बच्चों को स्कूल के बरामदे में बैठकर शिक्षा प्राप्त करनी पड़ रही है।उपमंडल प्रशासन की मानें तो उसके ध्यान में यह मामला आया है और उसने इसकी रिपोर्ट भेज दी है लेकिन आदर्श चुनाव आचार संहिताके चलते इससे आगे कार्रवाई नहीं बढ़ पाई। इसी कारण से यह स्थिति बनी हुई है। उधर प्रारंभिक शिक्षा विभाग की मानें तो उसने स्कूल के खस्ता हालत कमरों की मुरम्मत के लिए अढ़ाई लाख का एस्टीमेट तैयार करके उच्च स्तर पर बजट की मंजूरी के लिए भेजा है लेकिन अभी तक कोई पैसा प्राप्त नहीं हुआ है। इस वजह से इस स्कूल की यह खस्ता हालत बनी हुई है।

क्षेत्र की राजनीति की बात करें तो डल्हौजी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक है जिसके चलते उक्त विधायक प्रदेश में भाजपा सरकार होने का हवाला देकर अपनी जिम्मेवारी से मुंह मोडऩे में अधिक रूचि दिखाती है तो वहीं इस मामले पर क्षेत्र के भाजपा नेता व भाजपा जिलाध्यक्ष डी.एस.ठाकुर भी इससे अंजान बने हुए हैं। ऐसे में यहां के बच्चों को इस प्रकार की सरकारी खस्ता शिक्षा व्यवस्था का सामना करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। जब स्कूल में यह घटना घटी थी तो उस दौरान एस.डी.एम. सलूणी ने मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया था और स्कूल प्रबंधन समिति ने सभी औपचारिकताओं को पूरा करके मामला एस.डी.एम. सलूणी के कार्यालय को भेज दिया था लेकिन अभी तक इस पर कार्रवाई आगे नहीं बढ़ी है।

kirti