भारतीय गौवंश का संरक्षण अनिवार्य : आचार्य देवव्रत

Monday, Dec 19, 2016 - 01:48 AM (IST)

करसोग: रविवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला करसोग के प्रांगण में चौधरी सरवण कुमार कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर व कृषि विज्ञान केंद्र मंडी सहित यूथ फॉर सस्टेनेबल डिवैल्पमैंट के सौजन्य से आयोजित संगोष्ठी में राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। करसोग क्षेत्र के सैंकड़ों कृषकों व बागवानों को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि भारतीय नस्ल के गौवंश को आज संरक्षण की जरूरत है तथा प्रदेश के प्रगतिशील किसानों को भारतीय गौवंश का संरक्षण व संवद्र्धन करने में अपनी भूमिका सुनिश्चित करनी चाहिए। किसानों व बागवानों को भारतीय गौवंश का संरक्षण प्राथमिकता के आधार पर अनिवार्य करना होगा ताकि आने वाली पीढ़ी अपनी गौरवमयी भारतीय परंपरा को आगे बढ़ा सके। 

बच्चों को कुल मर्यादा व संस्कारों से पोषित करें अभिभावक 
राज्यपाल ने बताया कि भारतीय गौवंश का संरक्षण से न केवल जैविक खेती के उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा बल्कि प्रदेश में बढ़ रही कैमिकल रहित उत्पादों की मांग भी समय रहते पूरी हो पाएगी। उन्होंने कहा कि अभिभावक अपने बच्चों को कुल मर्यादा व संस्कारों से पोषित करें ताकि स्वस्थ समाज का निर्माण हो सके। संगोष्ठी के दौरान यूथ फॉर सस्टेनेबल डिवैल्पमैंट, शिमला के कार्यकारी निदेशक डा. बिहारी लाल शर्मा, कृषि विज्ञान केंद्र मंडी (सुंदरनगर) के कार्यक्रम समन्वयक डा. पंकज सूद, चौधरी सरवण कुमार कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के कुलपति प्रो. अशोक कुमार व निदेशक प्रसार शिक्षा डा. पी.के. मेहता ने भी उपस्थित किसानों व बागवानों को संबोधित किया।