छात्रवृत्ति घोटाला : CBI ने ऊना में दी दबिश, 40 छात्रों के बयान किए दर्ज

punjabkesari.in Tuesday, Feb 18, 2020 - 10:37 AM (IST)

 

शिमला/ऊना : बहुचचित छात्रवृत्ति घोटाले में सी.बी.आई. का शिकंजा कसता जा रहा है। इसी कड़ी में सी.बी.आई. टीम ने सोमवार को एक बार फिर ऊना में दबिश दी और जांच दायरे में आए संस्थान के स्टाफ से लंबी पूछताछ की। इसके साथ ही कुछ रिकार्ड भी कब्जे में लिए जाने की सूचना है। घोटाले की तह तक जाने के लिए 40 से अधिक छात्रों के बयान दर्ज किए गए हैं। सी.बी.आई. की टीम में शामिल इंस्पैक्टर वीरेन्द्र कश्यप और पंकज अरोड़ा पूछताछ कर बयान कलमबद्ध कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार सी.बी.आई. टीम के सदस्यों ने कुछ छात्राओं के घरों में पहुंच कर उनके बयान दर्ज किए। दर्ज बयानों की रिकाॄडग की गई है। सूचना के अनुसार छात्रवृत्ति घोटाले में सी.बी.आई. के समक्ष छात्रों ने पूछताछ में कई खुलासे किए हैं।

छात्रों ने खुलासा किया है कि किस तरह से 3 कमरों में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के साथ-साथ बी.ए., बी.कॉम. और कम्प्यूटर एजुकेशन से जुड़े कई कोर्स भी कराए गए। वर्ष 2013 के बाद ही यह पूरा गोलमाल हुआ है। कुछ छात्रों को यह तक जानकारी नहीं है कि वे संस्थान के रिकार्ड में इंजीनियर तक बन चुके हैं। ऐसे में अब सी.बी.आई. जांच को आगे बढ़ाते हुए जल्द ही कुछ गिरफ्तारियां भी कर सकती है। वहीं विद्यार्थियों के बयानों के मुताबिक उन्हें पहले पंजाब के निजी विश्वविद्यालय से डिग्री-डिप्लोमा देने का वायदा किया गया लेकिन बाद में कहा गया कि वहां सीटें भर गई हैं, ऐसे में उन्हें कर्नाटक की किसी यूनिवर्सिटी से डिग्रियां-डिप्लोमे करवाए जाएंगे। इसके बाद उन्हें कहीं से भी डिग्री-डिप्लोमे न देकर संस्थान से ही कम्प्यूटर एप्लीकेशन का सर्टीफिकेट देने की बात कही गई। सूत्रों के अनुसार जांच में डिग्री और डिप्लोमा कोर्स के लिए लेन-देन का भी खुलासा हुआ है। इसका पूरा तानाबाना बाकायदा एजैंट बुनते थे। इसके साथ ही कई अन्य चौंकाने वाले तथ्य भी सामने आए हैं। इस घोटाले में शामिल चेहरों की फेहरिस्त लगातार बढ़ती जा रही है।
 


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kirti

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