छात्रवृत्ति घोटाला: CBI जांच में बड़ा खुलासा, हिमाचल से ऐसे डकारी जाती थी छात्रवृत्तियां

punjabkesari.in Thursday, Feb 06, 2020 - 09:43 PM (IST)

ऊना (विशाल): विद्यार्थियों को डिग्रियां तो पंजाब की एक प्रतिष्ठित निजी यूनिवर्सिटी की दी जाती थीं लेकिन छात्रवृत्ति हड़पने के लिए उनको हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में अध्ययनरत दिखाया गया। ऊना स्थित शिक्षण संस्थान में इन विद्यार्थियों को पंजाब की निजी यूनिवर्सिटी में एडमिशन देकर विभिन्न डिग्रियां-डिप्लोमे करवाए जाते थे। इन्हीं संकायों में नाहन में एचपीयू में अध्ययनरत दिखाकर ऊना के विद्यार्थियों के नाम पर छात्रवृत्ति हड़पी जाती रही। यह खुलासा सीबीआई द्वारा की जा रही छात्रवृत्ति घोटाले की जांच के दौरान हुआ है।

जांच के दौरान यह भी खुलासा हुआ है कि ऊना में डिग्रियां-डिप्लोमे पूरे होने के बाद ऊना के विद्यार्थियों को नाहन में अध्ययनरत दिखाया गया। इन विद्यार्थियों को तब तक नाहन में अध्ययनरत नहीं दिखाया जाता था जब तक इनका ऊना में पंजाब की निजी यूनिवर्सिटी से डिग्री या डिप्लोमा पूरा न हो जाए। जिन विद्यार्थियों की डिग्रियां अभी अधूरी थीं उन्हें ऊना में ही अध्ययनरत दर्शाया जाता रहा।

सीबीआई के सूत्रों की मानें तो बीच में ही डिग्रियां-डिप्लोमे छोड़ देने वाले विद्यार्थियों को भी निजी शिक्षण संस्थान द्वारा अध्ययनरत दिखाया गया और उनकी छात्रवृत्तियां हड़पी जाती रही हैं। कुछ ऐसे विद्यार्थी भी रहे हैं जिन्होंने इस संस्थान से डिग्रियां-डिप्लोमे पूरे नहीं किए और बीच में ही छोड़कर वे इस संस्थान से अलग हो गए। ऐसे विद्यार्थियों की लिस्ट भी सीबीआई की टीम एकत्रित कर रही है और विद्यार्थियों के बयान कलमबद्ध किए जा रहे हैं।

सीबीआई टीम के इंस्पैक्टरों वीरेंद्र कश्यप और पंकज अरोड़ा की टीम ऊना में डेरा डाले हुए है और इस फर्जीवाड़ेे में विभिन्न पहलुओं की जांच कर रही है। वीरवार को भी लगभग आधा दर्जन विद्यार्थियों से इस संबंध में बात की गई, वहीं 2 छात्राओं के भी टीम ने उनके घर पहुंचकर बयान कलमबद्ध किए हैं। सूत्रों की मानें तो वीरवार को सीबीआई की जांच में शामिल हुए विद्यार्थियों ने भी नाहन में एडमिशन होने व किसी प्रकार की छात्रवृत्ति मिलने से इंकार किया है।


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Vijay

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