छात्रवृत्ति घोटाला : 5 वर्षों में बिना आधार कार्ड के आए 4714 आवेदन

Friday, Aug 31, 2018 - 08:48 PM (IST)

शिमला: शिक्षा विभाग को बिना आधार कार्ड के भी छात्रवृत्ति के लिए आवेदन मिले हैं। बीते पांच वर्षों में विभाग को प्री-मैट्रिक व पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप योजना के लिए प्रदेश भर से 4714 आवेदन बिना आधार कार्ड के मिले हैं। इसके बावजूद विभाग ने इन आवेदनों पर छात्रवृत्ति की राशि जारी की है। छात्रवृत्ति घोटाले की जांच में सामने आया है कि पोस्ट मैट्रिक के लिए इस दौरान सबसे ज्यादा आवेदन आए हैं। वर्ष 2013-14 में प्री-मैट्रिक में विभाग को 962 आवेदन और पोस्ट मैट्रिक में 1247 आवेदन बिना आधार कार्ड के मिले हैं जबकि वर्ष 2014-15 में विभाग को प्री-मैट्रिक में 500 और पोस्ट मैट्रिक में 1164 आवेदन मिले हैं। इसी के साथ वर्ष 2015-16 में प्री-मैट्रिक में 167 आवेदन, पोस्ट मैट्रिक में 624 आवेदन, वर्ष 2016-17 में प्री-मैट्रिक में 20 व पोस्ट मैट्रिक में 30 आवेदन बिना आधार के आए हैं। इसके अलावा 19,918 आवेदनों के लिए एक ही मोबाइल नम्बर दिया गया है जबकि एक बैंक खाते का 181 आवेदनों के लिए इस्तेमाल किया गया है।

5 वर्षों में ये राशि हुई जारी
रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2013-14 से 2016-17 तक प्री और पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप के तौर पर छात्रों को कुल 266.32 करोड़ रुपए दिए गए हैं। इनमें गड़बड़़ी पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप में हुई है। पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप में कुल 260 करोड़ 31 लाख 31 हजार 715 रुपए दिए गए हैं।

CBI को सौंपनेे से पहले मामले की जांच पूरी करने में जुटा विभाग
मामला सी.बी.आई. को सौंपनेे से पहले विभाग छात्रवृत्ति घोटाले में जांच कर तथ्य जुटाने में लगा है ताकि सी.बी.आई. को पूरे तथ्य दिए जा सकें। इसके लिए निदेशालय में अधिकारियों द्वारा मामले की जांच की जा रही है। पोर्टल को खंगालने के लिए विभाग विशेषज्ञों का सहयोग ले रहा है। हालांकि अभी अधिकारी पोर्टल सही होने का दावा कर रहे हैं। पोर्टल से किसी भी तरह की सूचना लीक नहीं हुई है।

Vijay