छात्रवृत्ति घोटाला : हिमाचल से बाहर 23 शिक्षण संस्थानों को जारी हुई छात्रवृत्ति राशि

Thursday, Aug 30, 2018 - 07:34 PM (IST)

शिमला: राज्य से बाहर 23 शिक्षण संस्थानों को पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के तहत करोड़ों की राशि जारी की गई है। इनमें से कई संस्थानों को 90 हजार तक बल्क में भी पेमैंट हुई है। शिक्षा विभाग द्वारा की गई अभी तक की जांच में यह सामने आया है कि पिछले 5 वर्षों में बाहरी राज्यों के लगभग 23 संस्थानों को करोड़ों की छात्रवृत्ति राशि जारी की गई है। अब विभाग इन संस्थानों से किए गए आवेदनों के दस्तावेज खंगाल रहा है। पता लगाया जा रहा है कि क्या इन संस्थानों द्वारा दिए गए छात्रों के दस्तावेज फर्जी तो नहीं। इसके लिए छात्रों के आधार कार्ड व उनके शैक्षणिक प्रमाण पत्र सहित दस्तावेजों की जांच की जा रही है। संस्थानों द्वारा दिए गए फोन नम्बर पर अधिकारी फोन कर छात्रों से इस संबंध में पूछताछ कर रहे हैं।

दस्तावेजों में बी.टैक. का छात्र, पता किया तो निकला एम.ए. संस्कृ त का छात्र
एक मामले में की गई जांच में सामने आया है कि दस्तावेजों में छात्र बी.टैक. कर रहा है लेकिन जब फोन कर उससे बात की गई तो पता चला कि छात्र एम.ए. संस्कृत कर रहा है जबकि विभाग से उस छात्र को बी.टैक. डिग्री कोर्स के लिए छात्रवृत्ति राशि जारी की गई है, ऐसे कई मामलों की विभाग इस दौरान जांच कर रहा है।

जिला सोलन से आया एक मामला
एक दिन पूर्व छात्रवृत्ति घोटाले में एक और मामला विभाग के पास आया है। यह मामला जिला सोलन का है। छात्र द्वारा विभाग को दी गई शिकायत के मुताबिक छात्र ने 3 साल पहले जिला सोलन के एक निजी संस्थान में बी.टैक. में एडमिशन लिया था लेकिन कुछ समय बाद वह छात्र संस्थान छोड़कर दूसरे राज्य में नौकरी के लिए चला गया। वहां 2 साल नौकरी करने के बाद अब वह छात्र हिमाचल लौटा और यहां उसका सिलैक्शन एक सरकारी कालेज में हुआ। छात्र क ा कहना है कि जब उसने छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया तो उसका आवेदन रिन्युवल में आ रहा था जबकि छात्र ने पहली बार इस छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया है, ऐसे में मामले पर संदेह होने के चलते छात्र ने इसकी शिकायत विभाग को की है जिस पर छानबीन की जा रही है।

विभाग ने बदले स्कॉलरशिप पोर्टल के पासवर्ड
शिक्षा विभाग ने स्कॉलरशिप पोर्टल के पुराने सभी पासवर्ड बदल दिए हैं। विभाग को संदेह था कि कहीं एच.पी.ई.पास पोर्टल के पास वर्ड लीक न हुए हों। इसके चलते शिक्षा विभाग ने पोर्टल के सभी पास वर्ड बदले हैं। यह पास वर्ड छात्रवृत्ति शाखा के कुछेक कर्मचारियों व अधिकारियों को ही बताए गए हैं।

Vijay