SC/ST एक्ट सवर्ण समाज के लिए काला कानून करार

Thursday, Sep 20, 2018 - 09:42 AM (IST)

नूरपुर: सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलट कर केंद्र सरकार द्वारा एस.सी./एस.टी. एक्ट को लागू करने के खिलाफ नूरपुर में सवर्ण समाज की बैठक रिटायर्ड कर्नल नरेंद्र पठानिया की अध्यक्षता में हुई। बैठक में बड़ी संख्या में नूरपुर राजपूत सभा, ब्राह्मण सभा, महाजन-खत्री सभा, सुनार सभा, व्यापार मंडल के पदाधिकारियों व सवर्ण समाज के बुद्धिजीवियों व युवाओं ने हिस्सा लिया। सभी वक्ताओं ने एक स्वर में इस एक्ट की खिलाफत की तथा इसे सवर्ण समाज के लिए काला कानून बताया। सामान्य वर्ग द्वारा एक लंबी लड़ाई सुप्रीम कोर्ट में लड़ी तथा कोर्ट ने भी माना कि इससे सामान्य वर्ग के अधिकारों का हनन होता है तथा 90 प्रतिशत से भी अधिक केस झूठे पाए गए। 

दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद माननीय सुप्रीम कोर्ट ने सामान्य वर्ग के हक में फैसला दिया। केंद्र सरकार ने 2-3 कथित सांसदों के दबाव में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बदलते हुए दोबारा कानून पास कर दिया कि सामान्य वर्ग के व्यक्तियों को इस एक्ट के अंतर्गत बिना जांच के गिरफ्तार कर लिया जाएगा तथा अग्रिम जमानत भी नहीं मिलेगी। वक्ताओं ने कहा कि हैरानी की बात यह है कि सामान्य वर्ग के सांसद, जिनकी संख्या 70 प्रतिशत से भी अधिक है। उनके मुंह से इस वर्ग के अधिकारों की रक्षा के लिए एक शब्द नहीं बोला गया। 

बैठक में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू करने व केंद्र सरकार द्वारा पास किए गए काले कानून को वापस लेने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए एक जन आंदोलन करने का फैसला लिया गया। बैठक में नूरपुर व्यापार मंडल के उपप्रधान अनिल महाजन ने बैठक में कहा कि 6 अक्तूबर को नूरपुर शहर के सभी व्यापारिक संस्थान बंद रहेंगे। कर्नल नरेंद्र पठानिया ने बताया कि 6 अक्तूबर को सवर्ण समाज द्वारा बुलाए गए बंद को कामयाब करने के लिए तथा आंदोलन की रणनीति तय करने के लिए सवर्ण समाज की एक महत्वपूर्ण बैठक किला मैदान नूरपुर में 23 सितम्बर को सुबह 11:30 बजे बुलाई गई है। 

Ekta