RUSA सैमेस्टर सिस्टम बंद करने पर संघ ने जताई कड़ी आपत्ति, सरकार से की यह मांग

Sunday, Jun 10, 2018 - 11:09 AM (IST)

बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश राजकीय कॉलेज प्राध्यापक संघ ने कुछ समय के लिए बंद किए गए रूसा सिस्टम पर कड़ी आपत्ति जाहिर करते हुए कहा है कि बगैर तैयारी सिस्टम को खत्म करना व ईयर सिस्टम लागू करना लाखों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष डा. सुरेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा है कि एक सप्ताह में न तो कोई किताब लिखी जा सकती है और न ही प्रकाशित की जा सकती है। प्रदेश विश्वविद्यालय के नियमानुसार भी सिलेबस में बदलाव के लिए एक वर्ष का समय लगता है। 


उन्होंने सरकार से सैमेस्टर सिस्टम रखने का आग्रह किया है या फिर इसको हमेशा के लिए लागू करने की मांग की है, ताकि टैम्परेरी परिवर्तन की वजह से प्रदेश के लाखों छात्रों को नुक्सान न उठाना पड़े। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 में जब रूसा के तहत सैमेस्टर सिस्टम लागू किया गया था, उस समय भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कहा कि कॉलेजों व विश्वविद्यालय को 4 तरह की प्रणाली के तहत पेपर करवाने होंगे। इससे शिक्षा का स्तर कैसे सुधरेगा? उन्होंने कहा कि शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए या तो ईयर सिस्टम या फिर सैमेस्टर ही परमानैंट लागू कर देना चाहिए। 


यू.जी.सी. की ग्रांट से भी हाथ धोना पड़ सकता है
प्रवक्ताओं का कहना है कि ईयर सिस्टम लागू करने से यू.जी.सी. की ओर से मिलने वाली करोड़ों रुपए की ग्रांट से भी हाथ धोना पड़ेगा, क्योंकि यह ग्रांट केवल सैमेस्टर सिस्टम लागू होने के चलते ही जारी होती है, लेकिन प्रदेश में कुछ समय के लिए लागू किए गए ईयर के कारण यह ग्रांट नहीं मिल सकेगी। कहा कि देश के बाकी राज्य भी सैमेस्टर सिस्टम को ही अपना रहे हैं, लेकिन हिमाचल उनके विपरीत चल पड़ा है। 

Ekta