मंडी अस्पताल में मून क्लेव-625 दवाई के सैंपल फेल, बिक्री पर लगाई रोक

Wednesday, Sep 19, 2018 - 08:57 PM (IST)

मंडी: जोनल अस्पताल मंडी में एक दवाई के सैंपल फेल पाए गए हैं जिसके बाद अस्पताल में दवाई की बिक्री को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार अस्पताल में आ रही मून क्लेव-625 टैबलेट नाम की दवाई के सैंपल फेल पाए गए हैं। यह दवाई कांगड़ा के नूरपुर से एक कंपनी द्वारा सप्लाई की गई है लेकिन यह दवाई सब स्टैंडर्ड पाई गई है, जिसके बाद इसे अस्पताल में मरीजों को देने पर रोक लगा दी गई है और अस्पताल प्रशासन को इस बारे पत्र भेजकर ड्रग इंस्पैक्टर ने अवगत करवा दिया है।

ड्रग इंस्पैक्टर ने कंपनी से तलब किया रिकॉर्ड
जानकारी के अनुसार कांगड़ा जिला के नूरपुर से मून क्लेव-625 टैबलेट बैच नंबर 171110 में गुणवत्ता सही न पाए जाने पर इसे बंद किया गया है। इसके साथ ही इस दवाई की एक्सपायरी डेट मई, 2019 है। ड्रग इंस्पैक्टर मंडी ने इसकी जांच के दौरान खामियां पाए जाने पर अस्पताल प्रशासन को इस दवाई को अस्पताल में पूर्ण रूप से बंद करने के लिए कहा है और साथ ही कंपनी से इसका पूरा रिकॉर्ड तलब किया है ताकि इससे पता चल सके कि यह प्रदेश के किन-किन स्थानों में सप्लाई हुई है, वहीं अस्पताल को इस बारे सूचित किया गया है कि यहां पर इस दवाई को न बेचा जाए व किसी मरीज को इस दवाई को न दिया जाए।

अस्पताल में नि:शुल्क मिल रही थी दवाई
जोनल अस्पताल मंडी में यह दवाई नि:शुल्क दी जा रही थी। ड्रग इंस्पैक्टर द्वारा इस दवाई के सैंपल लिए गए व दवाई सब स्टैंडर्ड पाए जाने पर इसको बंद करने के लिए कहा गया है। अभी इसका कितना स्टॉक है, इसके बारे में भी रिकार्ड मांगा गया है ताकि इससे यह भी पता चल सके कि अस्पताल में इस दवाई का कितना स्टॉक आया है। इसके साथ ही दवाई बनाने वाली कंपनी को भी इस दवाई के स्टॉक की जानकारी देने के लिए कहा गया है। अस्पताल से दवाई के रिकॉर्ड निकाले जा रहे हैं ताकि यह जानकारी मिल सके कि अस्पताल में कितनी मात्रा में इस दवाई की सप्लाई हुई है, साथ ही प्रदेश स्तर पर भी इस दवाई की जांच की जाएगी।

क्या कहते हैं ड्रग इंस्पैक्टर
ड्रग इंस्पैक्टर मंडी रजत कुमार ने बताया कि मून क्लेव-625 टैबलेट दवाई के सैंपल फेल पाए गए हैं, जिसके बाद इस दवाई को अस्पताल में बंद करने के लिए अस्पताल प्रशासन को पत्र के माध्यम से सूचित किया गया है ताकि इस दवाई को किसी मरीज को न दिया जाए। इसके साथ ही कंपनी से भी रिकॉर्ड तलब किया जा रहा है व उसे भी स्टॉक के बारे में डिटेल देने के लिए कहा गया है। इसकी खामियों को देखा जाएगा कि कहां से यह गलत सप्लाई हुई है। इसके बाद उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

Vijay